कमला मिल्स अग्निकांड में खुलासा: हुक्के से फैली आग ने मचाई तबाही

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नए साल से दो दिन पहले मुंबई के कमला मिल्स कम्पाउंड में लगी भीषण आग में 14 लोगों की मौत हुई। मुंबई फायर ब्रिगेड द्वारा की गई शुरुआती जांच में सामने आया है कि 29 दिसंबर को आग मोजो बिस्त्रो रेस्टोरेंट के हुक्के से फैलनी शुरू हुई और बाद में इसकी लपटें बढ़ते-बढ़ते क्लब 1Above तक जा पहुंची। मुंबई फायर बिग्रेड की जांच रिपोर्ट में कहा गया कि गार्ड ने लोगों को आग से बचाने के लिए उन्हें बाहर निकालने का रास्ता तो दिखाया। लेकिन वो रास्ता भी ब्लॉक हो चुका था।

अन्य लोगों ने खुद को टॉयलेट में बंद कर लिया था

इसके चलते घबराए लोगों ने बचने के लिए पास में मौजूद टॉयलेट में खुद को बंद कर लिया। हालांकि अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि आखिर किस रेस्तरां ने जाने का रास्ता ब्लॉक किया था।दमकल विभाग के चार अधिकारियों ने घटना के एक हफ्ते के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंप दी। रिपोर्ट में सामने आया है कि दोनों ही रेस्तरां अवैध रूप से हुक्का बार चला रहे थे। इस रिपोर्ट में 14 चश्मदीदों की गवाही को भी शामिल किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, जिन लोगों ने खतरा भांप लिया था उन्होंने टॉयलेट में शरण नहीं ली। जबकि घबराए हुए अन्य लोगों ने खुद को टॉयलेट में बंद कर लिया था।

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जिस कारण दम घुटने से उनकी मौत हो गई। मोजो बिस्त्रो में जो लोग फंसे थे वो इसलिए भी बच पाए, क्योंकि रेस्तरां पूरी तरह से बंद नहीं था और ऊपर से खुला था। लेकिन 1Above में जो लोग मौजूद थे वो इतने खुशकिस्मत नहीं थे। क्योंकि ये रेस्तरां उस समय पूरी तरह से पैक था। वहीं रेस्तरां में तिरपाल और बैंबू ने आग में घी जैसा काम किया। इनके कारण आग और तेजी से फैलती चली गई। 15 पन्नों की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जिस समय आग तेजी से फैल रही थी, उस वक्त दमकल विभाग भी मौके पर पहुंच चुका था। रिपोर्ट बीएमसी कमिश्नर अजॉय मेहता को सौंपी गई है।

बैंबू के फ्रेम व अन्य ज्वलनशील पदार्थों के कारण फैलनी शुरू हुई

फ़र्स्टपोस्ट से बातचीत के दौरान मेहता ने कहा, ‘दमकल विभाग से जो मुझे रिपोर्ट मिली है, उसमें तीन खास बातें हैं। पहली आग कैसे लगनी शुरू हुई, दूसरी आग लगने का कारण क्या था और तीसरी आग कैसे फैली।’ उन्होंने कहा, ‘आग मोजो बिस्त्रो रेस्टोरेंट में हुक्के से लगनी शुरू हुई। इसके बाद वो अवैध तिरपाल और बैंबू के फ्रेम व अन्य ज्वलनशील पदार्थों के कारण फैलनी शुरू हुई। वहीं आग से बचकर निकल सकने वाला रास्ता बंद था, जिस कारण लोग निकल नहीं सके। मैं अपनी जांच दो हफ्तों में पूरी कर लूंगा और अंतिम रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपूंगा’।

(news18)

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