कोरोना के साथ अब इस बीमारी का प्रकोप बढ़ा, जानिए किसे है ज्यादा खतरा
कोरोना वायरस से जारी जंग के बीच में एक और बीमारी ने चिंता बढ़ा दी है। देश में ब्लैक फंगस यानी म्यूकोर्मिकोसिस की बीमारी तेजी से फैल रही है। कई राज्यों में इसके कई मामले सामने आ चुके हैं। हैरानी की बात ये है कि कोरोना को हरा चुके कुछ लोग इस खतरनाक बीमारी का शिकार हो रहे हैं।
प्रदेशों में ये है स्थिति
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री कह चुके हैं कि वहां सैकड़ों ऐसे केस हैं। कई मरीजों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र सरकार ने भी माना कि ऐसे मरीजों को आंख में दिखना बंद हो गया था। ये सभी मरीज कोरोना से ठीक हो गए थे, लेकिन ब्लैक फंगस से हार गए।
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हरियाणा में कुछ मरीजों में ब्लैक फंगस का संक्रमण मिलने के बाद कांग्रेस पार्टी नेता कुमारी शैलजा ने सरकार से राज्य स्तरीय समिति बनाने की मांग की है। कुमारी शैलजा ने कहा हरियाणा सरकार को ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीजों का दवाओं समेत पूरा खर्च उठाना चाहिए। उन्होंने हरियाणा की बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ध्वस्त हो गई हैं।
नोएडा में बढ़ा खतरा
उत्तर प्रदेश में भी स्थिति चिंताजनक दिखाई पड़ रही है। लखनऊ और नोएडा में ब्लैक फंगस से पीड़ित कई मरीज देखने को मिल रहे हैं। कैलाश अस्पताल के प्रवक्ता आर सी जोशी के मुताबिक उनके अस्पताल में भी नोएडा निवासी एक मरीज में ब्लैक फंगस का केस सामने आया है। वो कोरोना से ठीक हो गए थे लेकिन बाद में उनकी आंखों की रोशनी कम हो गई। उनका इलाज शहर के बाहर हो रहा था लेकिन हालत गंभीर होने पर उन्हें नोएडा के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया। हांलाकि अभी तक उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ग्रेटर नोएडा के यथार्थ अस्पताल में ब्लैक फंगस कुछ संदिग्ध मरीज हैं। शारदा अस्पताल में 2 मरीज बताए जा रहे हैं। हालांकि, इन 2 मरीजों में डॉक्टरों ने अभी ब्लैक फंगस की पुष्टि नहीं की है। इतना ही नहीं हाल ही में एक मरीज की मौत ब्लैक फंगस के कारण हो चुकी है।
किसे है ज्यादा खतरा?
ICMR के मुताबिक ये एक तरह का दुर्लभ फंगल इंफेक्शन है। शरीर में ये बहुत तेजी से फैलता है। इससे आंखों की रोशनी जाती है। कई मामलों में मौतें भी हो रही हैं। कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों में ये संक्रमण तेजी से फैल रहा है। कोरोना से ठीक हुए मरीजों को खास ध्यान रखने की जरूरत है। जिन्हें डायबिटीज है उनमें शुगर लेवल अगर बढ़ जाए तो ये इंफेक्शन जानलेवा हो जाता है।
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