CM कमलनाथ ने दिया इस्तीफा, फ्लोर टेस्ट से पहले गिरी सरकार
मध्य प्रदेश में सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ राजभवन में राज्यपाल से मिलने पहुंचे। यहां उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंपा
मध्य प्रदेश में सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ राजभवन में राज्यपाल से मिलने पहुंचे। यहां उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंपा। सुप्रीम कोर्ट ने को मध्य प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष एन पी प्रजापति को निर्देश दिया था कि शक्ति परीक्षण के लिये शुक्रवार को सदन का विशेष सत्र बुलाया जाये और यह प्रक्रिया शाम पांच बजे तक पूरी की जाए। लेकिन इससे पहले ही कमलनाथ ने इस्तीफा देने का फैसला किया।
इससे पहले भोपाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश की जनता ने मुझे पांच साल सरकार चलाने का बहुमत दिया था। लेकिन भाजपा ने प्रदेश की जनता के साथ धोखा दिया। जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।
Kamal Nath resigns : लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या-
कमलनाथ ने कहा कि 15 साल बीजेपी को मिले और मुझे 15 महीने मिले। इन 15 महीनों में प्रदेश की जनता गवाह है मेरे द्वारा किए गए काम बीजेपी को रास नहीं आए। आप जानते हैं कि जब सरकार बनी तो पहले ही दिन से साजिश शुरू कर दी।
कमलनाथ ने कहा कि आज हमारे 22 विधायकों को कर्नाटक में बंधक बनाने का काम किया गया। करोड़ो रुपये खर्च कर खेल खेला गया। एक महाराज और बीजेपी ने लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की है। प्रदेश के साथ धोखा करने वाले लोभियों और बागियों को जनता माफ नहीं करेगी।
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