काशी की गलियों से इटली पहुंचा मोती, विदेशी दंपत्ति ने गोद लिया फीमेल डॉग

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वाराणसी: अस्सी घाट की गलियों में जन्मी मादा कुत्ता मोती गुरुवार को इटली पहुंच गई. उन्हें इटली की वेरा लाज़ारेट्टी ने गोद लिया था. वह 9 जुलाई को मोती को एक विशेष गाड़ी से हवाई मार्ग से वाराणसी से इटली ले गई.

विदेश भेजने की प्रक्रिया पूरी करने के बाद सुबह नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से लुफ्तांसा के विमान से उसके साथ उन्होंने इटली के लिए उड़ान भरी. भारतीय समयानुसार दोपहर 3.30 बजे मोती भी इटलीवासी हो गई.

जया को नीदरलैंड भेजने की तैयारी…

अब महमूरगंज स्थित एनिमल केयर ट्रस्ट ने मुंशीघाट की गलियों में मिली जया को नीदरलैंड भेजने की तैयारी तेज कर दी है. उन्हें वहां के मिरल बैंटन बेल ने गोद लिया है। दरअसल, पिछले साल जून में अस्सी स्थित गेस्ट हाउस के पास रहने वाली एक मादा कुत्ते ने चार बच्चों को जन्म दिया था. सब लोग सड़क पर पड़े होंगे. गेस्ट हाउस में रहने वाली इटली की वीरा और उसके पति जेफ को उससे लगाव हो गया था.

इसी बीच किसी शरारती तत्व ने मादा कुत्ते के चारों बच्चों को बोरे में बंद कर घाट पर कहीं फेंक दिया. इससे आहत होकर वीरा ने काफी खोजबीन की. इसमें दो घाट किनारे मिले, जिसे लेकर एनिमल केयर ट्रस्ट पहुंचा था.

वहीं नीदरलैंड की फैशन डिजाइनर मीरल बांटल बेल की फीमेल डॉग जया पर नजर मुंशी घाट पर पड़ी थी. उसे कुछ कुत्तों ने जख्मी कर दिया था. मीरल ने उसे बचा कर ट्रस्ट तक पहुंचाया था. बाद में दोनों ने ही मोती व जया को गोद लेने की इच्छा जताई.

महमूरगंज स्थित एनिमोटल केयर ट्रस्ट दोनों फीमेल डॉग के गोद लेने की प्रक्रिया के सभी मानकों का पालन करते हुए कागजात, पासपोर्ट व फिटनेस प्रमाण पत्र तैयार कराए. एनिमोटल केयर ट्रस्ट की सुदेशना बासु ने बताया कि अब जया को नीदरलैंड भेजने की तैयारी है.

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