13 अप्रैल से 14 मई 2020 : जानें इस हफ्ते किन राशि के लोगों को मिलेगी कामयाबी

सूर्यग्रह का नवग्रहों में प्रमुख स्थान है। सूर्यग्रह प्रत्येक माह राशि बदलते हैं, जिसका व्यापक असर विश्वक्षितिज पर देखने को मिलता है

0

सूर्यग्रह का नवग्रहों में प्रमुख स्थान है। सूर्यग्रह प्रत्येक माह राशि बदलते हैं, जिसका व्यापक असर विश्वक्षितिज पर देखने को मिलता है। साथ ही द्वादश राशियां भी प्रभावित होती हैं। फलित ज्योतिष के अनुसार जब सूर्य राशि से तृतीय, षष्ठ, दशम एवं एकादश भाव में आते हैं तो व्यक्ति को सूर्यग्रह का उत्तम फल प्राप्त होता है। इस बार सूर्यग्रह मीन से मेष राशि में 13 अप्रैल, सोमवार को रात्रि में 8 बजकर 23 मिनट पर प्रवेश करेंगे। जो कि इसी राशि में 14 मई, गुरुवार को सायंकाल में 5 बजकर 17 मिनट तक रहेंगे। एक माह की यह अवधि मेष संक्रान्ति के नाम से जानी जाएगी।

मेष- चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ :

निराशा की स्थिति। संकल्प-विकल्प से मन दुविधा में। व्यवहार में लापरवाही हानिकारक। सहयोगियों की गतिविधियों से कष्ट । दाम्पत्य जीवन में कटुता। जल्दबाजी में लिया गया निर्णय अहितकर। आत्मविश्वास में कमी का अहसास। कार्यों में व्यवधान। घरेलू समस्याओं से मानसिक तनाव। धर्म अध्यात्म के प्रति अरुचि। मन अस्वस्थ। मित्रों परिजनों से मन-मुटाव। भौतिक सुख सुविधा में कमी। स्पष्टवादिता घातक। पारस्परिक संबंधों में कटुता। हानि की आशंका। प्रतिष्ठा पर आघात। किये गये कार्यों में असफलता।

* सावधानी योग्य तारीखें : अप्रैल-20, 21, 22, 29, 30 एवं मई-1, 8, 9, 10।

वृषभ-ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो :

ग्रहयोग निराशाजनक। आर्थिक हानि की आशंका। लेन-देन में जोखिम से नुकसान। नवसमस्यायें उपस्थित। धनोपार्जन में बाधा। सुख शान्ति में कमी। व्यक्तिगत समस्या के समाधान हेतु विचलित। दाम्पत्य जीवन में कटुता। कार्य व्यवसाय अर्थ पक्ष में निराशा। धन लाभ में कमी। परिवार में आपसी कलह से अशान्ति। अकेलेपन की अनुभूति। अपयश की संभावना। आरोग्य सुख में कमी। अशांति का वातावरण। स्पष्टवादिता घातक। लाभ की दिशा में किए जा रहे प्रयास में विलम्ब। व्यर्थ भ्रमण से हानि की आशंका। आशा अधूरी।

* सावधानी योग्य तारीखें : अप्रैल-13, 14, 22, 23, 24 एवं मई-2, 3, 10, 11।

मिथुन-का, की, कू, घ, ड, छ, के, को, हा :

बुद्धि चातुर्य से कुछेक कार्य प्रगति पर। व्यापार में विस्तार की योजना फलीभूत। आर्थिक व्यवसायिक प्रगति। शत्रु परास्त। धार्मिक आयोजन संपादित। नवसम्पर्क लाभदायक। धनागम का सुअसवर। नौकरी में पदोन्नति विषयक मसला हल। राजनैतिक गतिविधियों में अभिरुचि। दूर या समीप की यात्रा का प्रसंग। लाभार्जन का मार्ग प्रशस्त। आरोग्य सुख की प्राप्ति। मित्रों-परिजनों से अपेक्षित सहयोग। परिवार में शांति का वातावरण। नवीन कार्यों की रूपरेखा तैयार। सफलता का सुयोग। लाभ की स्थिति। यात्रा सन्तोषजनक।

* सावधानी योग्य तारीखें : अप्रैल-15, 16, 17, 25, 26, 27 एवं मई-4, 5, 12, 13।

कर्क-ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो :

विचाराधीन योजना का श्रीगणेश। विविध पक्षों में परिश्रम के अनुरूप सफलता। दूसरों के आश्वासन से मानसिक राहत। धन सम्पत्ति विषयक मसला हल। नवसमाचार से खशी। आपसी सलाह से कामयाबी। व्यापारिक वातावरण मनोनकल। सुख के साधन समय पर सलभ। इच्छाशक्ति जागत। बकाये धन की प्राप्ति। परोपकार की भावना जागृत। उच्चाधिकारियों से वांछित सहयोग। धर्म के प्रति आस्था। योजना साकार। ज्ञान-विज्ञान में अभिरुचि। बुद्धि चातुर्य से कुछेक विवाद का समापन। धर्म अध्यात्म के प्रति आस्था।

* सावधानी योग्य तारीखें : अप्रैल-17, 18, 19, 27, 28, 29 एवं मई-6, 7।

सिंह-मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे :

कार्य व्यवसाय में असन्तोष। समस्यायें प्रभावी। धनागम में बाधा। प्रगति का मार्ग अवरुद्ध । सुख के साधन में कमी। जोखिम से नुकसान। तालमेल का अभाव। स्वास्थ्य में व्यतिक्रम। दाम्पत्य जीवन में कटुता। व्यर्थ भ्रमण में समय नष्ट। दैनिक कार्य में अड़चने। आपसी संबंधों में वैमनस्यता। किसी बात को लेकर मन दुखी। अकेलेपन की अनुभूति। विवाद की आशंका। आहार विहार की अनियमितता से स्वास्थ्य प्रभावी। इच्छित पद की प्राप्ति में व्यवधान। प्रगति में अवरोध। राजकीय पक्ष से कष्ट। आरोग्य सुख में कमी।

* सावधानी योग्य तारीखें : अप्रैल-20, 21, 22, 29, 30 एवं मई-1, 8, 9, 10।

कन्या-टो, पा, पी, पू, प, ण, ठ, पे, पो:

प्रतिकूलता की स्थिति। आर्थिक लेनदेन में नुकसान। वरिष्ठजनों की सलाह अमान्य। आय की तुलना में व्यय अधिक। बढ़ते खर्च से परेशान। पारिवारिक अशान्ति। तालमेल का अभाव। अप्रिय घटना घटित। योजना पूर्ति में व्यवधान। परिजनों से मतभेद। जोखिम से नुकसान। गलतफहमी से हानि। महत्वपर्ण कार्यों में विलम्ब। आर्थिक पक्ष में निराशा। विरोधी सक्रिय। गप्त चिंताओं से स्वास्थ्य पर कप्रभाव। मित्रों से तनाव। हानि कीआशंका। वरिष्ठजनों की सलाह अमान्य। विरोधी प्रभावी। यात्रा से परेशानी। मन व्यथित। गलतफहमी से हानि।

* सावधानी योग्य तारीखें : अप्रैल-13, 14, 22, 23, 24 एवं मई-2, 3, 10, 11।

तुला-रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते :

कार्य व्यवसाय अर्थ पक्ष में निराशा। पारिवारिक समस्यायें प्रभावी। लापरवाही नुकसानदायक। प्रेम सम्बन्धों में कटुता। स्वास्थ्य में शिथिलता। लेन-देन में जोखिम से नुकसान। मानसिक उलझनें प्रभावी। चिरवांछित कार्यों में विलम्ब। संकल्प विकल्प से अशांति। लाभार्जन का मार्ग अवरुद्धविरोधियों का वर्चस्व। दसरों की भल से स्वयं को हानि। इच्छापर्ति में व्यवधान। संभावित यात्रा निष्फल। आकांक्षित सिद्धि में व्यतिक्रम। पारिवारिक सम्बन्धों में वैमनस्यता। सहयोगियों से मानसिक कष्ट । वैवाहिक स्थिरता का अभाव।

* सावधानी योग्य तारीखें : अप्रैल-15, 16, 17, 25, 26, 27 एवं मई-4, 5, 12, 13।

वृश्चिक- तो, ना, नी, नू, ने, नो, या यी, यू :

मनोकामना पूर्ण। कुछेक समस्यायें सुलझने को। व्यवसाय में सफलता का मार्ग प्रशस्त। जनकल्याण की भावना जागृत। धनागम का सुअवसर। प्रतियोगिता के क्षेत्र में नवीन उपलब्धि। आत्मीयजनों से अपेक्षित सहयोग। अपने स्तर को बनाये रखने के लिए अधिक व्यय। अकेलेपन की अनभति। शभ समाचार मिलने से खशी। बहप्रतीक्षित कार्य बनने से प्रसन्नता। आर्थिक व्यावसायिक पक्ष में अनकलता। आपसी सलाह से कामयाबी। आत्मीयजनों का व्यवहार आशानुकूल। परिस्थितियों में क्रमिक सुधार। परिवार में हर्षोल्लास का वातावरण।

* सावधानी योग्य तारीखें : अप्रैल-17, 18, 19, 27, 28, 29 एवं मई-6,7।

धनु-ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, ढ़े :

प्रगति का प्रयास असफल। समस्याओं से चिन्ता। लेन-देन में जोखिम से नुकसान। आत्मबल में कमी। किसी बात को लेकर विशेष चिन्ता। पारस्परिक सम्बन्धों में वैमनस्यता। अधीनस्थ सहयोगियों से तनाव। व्यर्थ की भागदौड़ में समय नष्ट । वाहन से भय। आर्थिक व्यावसायिक पक्ष में प्रतिकूलता। परिजनों-स्वजनों के व्यवहार से असन्तुष्ट। विरोधी सक्रिय। परिवार में किसी बात को लेकर तनाव। इच्छित पद की प्राप्ति में अड़चनें। मानसिक तनाव। राजनीतिक लाभ में व्यवधान । व्यवसायिक चिन्ताएँ प्रभावी। धन हानि संभव।

* सावधानी योग्य तारीखें : अप्रैल-20, 21, 22, 29, 30 एवं मई-1, 8, 9, 10।

मकर-भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी :

संकल्प सिद्धि में व्यवधान। कठिनाइयाँ प्रभावी। आर्थिक पक्ष से निराशा। जटिल समस्याओं से परेशान। स्वयं की प्रतिभा कुंठित। वरिष्ठजनों की सलाह अमान्य साबित। विरोधियों का वर्चस्व। पठन-पाठन में अरुचि। धनागम में बाधा। व्यवसाय में विस्तार की चिन्ता। दाम्पत्य जीवन में कटता। भौतिक सुख साधन का अभाव। घरेल वातावरण कष्टकर। जोखिम से नुकसान। वाहन से कष्ट । आरोग्य सुख में व्यवधान। अभीष्ट कार्यों में अडचनें। तालमेल का अभाव। व्यवसायिक परेशानी। निर्णय लेने में गतिरोध। व्यय की अधिकता।

* सावधानी योग्य तारीखें : अप्रैल-13, 14, 22, 23, 24 एवं मई-2, 3, 10, 11।

कुंभ-गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा :

चिरवांछित कार्य बनने की ओर। आरोग्य सुख। समस्याओं के समाधान में स्वजन व प्रियजन सहायक। किसी उत्सव में सम्मिलित होने का सुअवसर। संतान पक्ष से चिंता कुछ कम। जीवनसाथी से सामंजस्य। किसी के माध्यम से बकाये रकम की प्राप्ति। व्यक्तिगत परेशानी कुछ कम। पठन-पाठन में रुचि। मनोविनोद के सुअवसर। बौद्धिक क्षमता का विकास। भाग्योन्नति के नवीन आयाम सुलभ। स्वजनों के माध्यम से विवाद का समापन। नवीन समाचार की प्राप्ति । लाभार्जन का मार्ग प्रशस्त । यात्रा का प्रसंग उपस्थित।

* सावधानी योग्य तारीखें : अप्रैल-15, 16, 17, 25, 26, 27 एवं मई-4, 5, 12, 13।

मीन-दी, दू, थ, झ, भ, दे, दो, चा, ची :

व्यावसायिक सफलता में व्यवधान। आत्म विश्वास में कमी का एहसास। नवीन समस्याएं उपस्थित। आय की तुलना में व्यय अधिक। क्रोध की अधिकता। घरेलू सूख में दिक्कतें। कठिनाइयों के कारण मानसिक तनाव। अभीष्ट सिद्धि में व्यतिक्रम। कर्ज की अधिकता। व्यक्ति विशेष से परेशानी। राजकीय पक्ष से कष्ट। नवीन समस्या उपस्थित। व्यर्थ भ्रमण से व्यय की स्थिति। अर्थ पक्ष की चिन्ता प्रभावी। लाभ में कमी। प्रतिष्ठा पर आघात। वाहन से भय। कार्य अधूरे। आरोग्य सुख में कमी। परिजनों से मतभेद । मनोबल में कमी।

* सावधानी योग्य तारीखें : अप्रैल-17, 18, 19, 27, 28, 29 एवं मई-6,7।

विशेष-सूर्यग्रह की अनुकूलता के लिए अपने देवी-देवता की आराधना के साथ सूर्यग्रह की पूजा भी करनी चाहिए। सूर्य भगवान को अर्घ्य अर्पित करना चाहिए। रविवार के दिन व्रत या उपवास अथवा नमकरहित सात्विक भोजन एक समय करना चाहिए। रविवार के दिन मध्याह्न के समय सूर्यग्रह से सम्बन्धित लाल रंग की वस्तुएँ जैसे-लाल वस्त्र, गेहूँ, सोना, ताँबा, गुड़, लाल फल, लाल फूल, लाल चन्दन, लाल मिठाई आदि विविध वस्तुएँ ब्राह्मण को नगद दक्षिणा के साथ दान देना चाहिए।

यह भी पढ़ें: संकष्टी श्रीगणेश चतुर्थी व्रत से मिलती है जीवन में सुख-समृद्धि, खुशहाली

यह भी पढ़ें: श्रीहनुमद् आराधना से होगी मनोवांछित फल की प्राप्ति

[better-ads type=”banner” banner=”104009″ campaign=”none” count=”2″ columns=”1″ orderby=”rand” order=”ASC” align=”center” show-caption=”1″][/better-ads]

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

 

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More