नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच होने वाली बैठक में व्यापारिक मुद्दों पर अहम चर्चा होगी. प्रधानमंत्री पेरिस की यात्रा के बाद 12 फरवरी को अमेरिका के लिए रवाना होंगे. भारत इस मुलाकात में यह संदेश देना चाहता है कि वह अमेरिका के साथ किसी भी तरह के ट्रेड वार का पक्षधर नहीं है.
अमेरिकी आयात पर राहत की पेशकश संभव
सूत्रों के अनुसार, भारत अमेरिका से निर्यात होने वाले कुछ प्रमुख उत्पादों-जैसे कच्चे तेल और एलएनजी पर कुछ शुल्क रियायतों की पेशकश कर सकता है. इसके अलावा, दोनों देशों के बीच स्टील और अन्य उत्पादों के आयात-निर्यात को लेकर भी बातचीत होगी.
ट्रंप प्रशासन पहले ही संकेत दे चुका है कि वह अमेरिकी उत्पादों पर ज्यादा शुल्क लगाने वाले देशों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाएगा. ऐसे में भारत अपने व्यापारिक हितों की रक्षा करने और अमेरिकी बाजार में अपनी स्थिति मजबूत बनाए रखने के लिए हरसंभव प्रयास करेगा. भारत किसी भी तरह का ट्रेड वार नहीं चाहता है.
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जेट इंजनों के सह-उत्पादन पर भारत-अमेरिका वार्ता जारी
भारत और अमेरिका मिलकर जेट इंजनों के सह-उत्पादन पर बातचीत कर रहे हैं. इस संबंध में 2023 में एक प्रारंभिक समझौता हुआ था, जिसे अब अंतिम रूप दिया जा सकता है. इसके अलावा, दोनों देश कुछ रक्षा उपकरणों के सह-निर्माण पर भी विचार कर रहे हैं.
सी स्ट्राइकर लड़ाकू वाहनों के सह-उत्पादन की संभावना
सूत्रों के मुताबिक, जनरल डायनेमिक्स द्वारा निर्मित और अमेरिकी सेना में उपयोग किए जाने वाले सी स्ट्राइकर लड़ाकू वाहनों के सह-उत्पादन पर भी चर्चा हो रही है. ये वाहन एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों से लैस होंगे.
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मोदी-ट्रंप वार्ता में ‘मिनी ट्रेड डील’ पर चर्चा संभव
सूत्रों के अनुसार, मोदी और ट्रंप की बैठक में एक संभावित ‘मिनी ट्रेड डील’ पर भी बातचीत हो सकती है. 2019 में इस पर चर्चा शुरू हुई थी, लेकिन इसे बाद में टाल दिया गया था. अब भारत इसे नए सिरे से आगे बढ़ाने का प्रयास कर सकता है.