PM : सरकार और जनता के बीच निरंतर संवाद होना जरूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत में विकास के लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं है, लेकिन देश को अच्छे शासन की जरूरत है।
…वहां बदलाव दिखाई देता है
मोदी ने आरएसएस-जनसंघ के नेता नानाजी देशमुख की जन्म शताब्दी समारोहों के स्मरणोत्सव के मौके पर नई दिल्ली में एक जनसभा से कहा, “ऐसे राज्यों में जहां कुशल सरकारी तंत्र है और योजनाओं को समयबद्ध तरीके से लागू किया जाता है, वहां बदलाव दिखाई देता है।”
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मोदी ने कहा कि केवल विकास की इच्छा करना पर्याप्त नहीं है। उन्होंने साथ ही कहा कि हर पहल को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाना जरूरी है।उन्होंने कहा कि मनरेगा के बुनियादी उद्देश्यों और लक्ष्यों को धूमिल नहीं किया जाना चाहिए और विकास के लाभ लक्षित लाभार्थियों तक अवश्य पहुंचने चाहिए।
जो पिछले 70 वर्षो से एक सपना रहा है…
उन्होंने कहा, “प्रयास व्यापक और परिणाम संचालित होने चाहिए, न कि उत्पादन संचालित। अगर यह किया जाता है, तो हम 2022 तक वह हासिल कर लेंगे जो पिछले 70 वर्षो से एक सपना रहा है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र को केवल हर पांच साल में मतदान करने और उसके बाद जो भी सत्ता में आए भाग्य को उसके रहमो-करम पर छोड़ा नहीं रखा जा सकता।
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सरकार और जनता के बीच निरंतर संवाद होना जरूरी
उन्होंने कहा, “लोकतंत्र तभी सफल होता है, जब विकास योजनाओं को लागू करने में ‘जन भागीदारी’ हो और इसके लिए सरकार और जनता के बीच निरंतर संवाद होना जरूरी है।”
…तो योजनाओं, नीतियों और बजट का आवंटन भी सही होगा
उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि ऊपर से नीचे वालों को सही दिशा निर्देश मिलें और नीचे से ऊपर वालों को सही जानकारी मिले।उन्होंने कहा, “अगर यह दो तरफा संवाद सही होगा, तो योजनाओं, नीतियों और बजट का आवंटन भी सही होगा।”
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