जानें, चीन का तिब्बत में युद्धाभ्यास …
सिक्किम सेक्टर में सीमा पर भारत के साथ जारी सैन्य गतिरोध के बीच चीन ने तिब्बत में युद्धाभ्यास किया है। एक सैन्य टिप्पणीकार(commentator) ने इसे भारत के लिए संभावित चेतावनी करार दिया है।
चीन के मीडिया के मुताबिक, युद्धाभ्यास में सैनिकों को फौरन पहुंचाना, डिजिटल उपकरणों का इस्तेमाल करना तथा संयुक्त हमलों में विभिन्य सैन्य इकाइयों द्वारा साथ मिलकर अभियान को अंजाम देने का अभ्यास किया गया।
रपट में यह जानकारी नहीं दी गई है कि युद्धाभ्यास कहां और कब किया गया।
ऑनलाइन जारी एक वीडियो में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों को बंकर तथा होवित्जर को उड़ाने के लिए टैंक रोधी ग्रेनेड व मिसाइलों का इस्तेमाल करते हुए दिखाया गया है।
वीडियो में रडार इकाइयों को दुश्मनों के विमानों की पहचान करते हुए तथा सैनिकों को लक्ष्य को नेस्तनाबूद करने के लिए विमान भेदी तोपों का इस्तेमाल करते हुए दिखाया गया है।
चीन के तिब्बत क्षेत्र से भारत की लंबी सीमा लगती है। सिक्किम सेक्टर के डोकलाम में तिराहे पर बीते एक महीने से चीनी तथा भारतीय सेना के बीच गतिरोध कायम है, जिसमें भूटान भी शामिल है।
Also read : तेजस्वी : ‘नकारात्मक राजनीति से न देश का, न राज्य का भला होगा’
साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट ने एक प्रेक्षक के हवाले से कहा है कि शक्ति का प्रदर्शन संभवत: भारत को चेतावनी देने के लिए है।
बीजिंग के सैन्य टिप्पणीकार झोउ चिमिंग ने कहा, “पीएलए यह दिखाना चाहती थी कि वह अपने भारतीय समकक्ष को आसानी से काबू में कर सकती है।”
झोउ ने कहा कि विवादित इलाके में चीनी समकक्ष के मुकाबले भारतीय सैनिकों की संख्या भी कम है, सैनिकों के पहुंचने, गोलाबारूद तथा रसद के मामले में भी चीन बढ़त में है।
उन्होंने कहा, “छोटे स्तर पर युद्धाभ्यास से चीन समस्या पर नियंत्रण करना और युद्ध के जोखिम को कम करना चाहता है।”
वहीं, मीडिया में कहा है कि सेना के जिस ब्रिगेड ने युद्धाभ्यास किया है, उसमें पीएलए के तिब्बत सैन्य कमान के सैनिक हैं और वह चीन के दो पर्वतीय ब्रिगेड में से एक है।
सीसीटीवी की रपट के मुताबिक, ब्रिगेड यारलुंग जांगबो नदी के मध्य तथा निचले हिस्से में लंबे समय से तैनात है तथा उसकी जिम्मेदारी अग्रिम मोर्चा मिशन पर मुकाबले की है।
चीन के मीडिया के मुताबिक, युद्धाभ्यास 11 घंटे तक चला।
मीडिया के मुताबिक, इस युद्धाभ्यास के अलावा तिब्बत की मोबाइल कम्युनिकेशन एजेंसी ने इसकी राजधानी ल्हासा में 10 जुलाई को एक युद्धाभ्यास किया था।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)