लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का निकला जनाजा, बीच सड़क पत्रकारों के बीच हुई मारपीट, वीडियो वायरल
सोशल मीडिया पर इस समय एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो के कैप्शन के मुताबिक रिपब्लिक टीवी से जुड़े पत्रकार प्रदीप भंडारी और एबीपी न्यूज के पत्रकार मनोज वर्मा व एनडीटीवी के पत्रकार सौरभ गुप्ता के बीच झगड़ा हुआ, बात हाथापाई से शुरू होकर मारपीट तक पहुंच गई। हालांकि अभी तक इस झगड़े की असल वजह सामने नहीं आयी है।
एल्विन हाउस के बाहर हुई मारपीट का वीडियो ज़ोर-शोर से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस मामले में कुछ लोग प्रदीप भंडारी के साथ है तो कुछ लोग एबीपी न्यूज के पत्रकार के साथ खड़े नजर आ रहे हैं।
बता दें कि इस मामले में ताजा अपडेट यह है कि प्रदीप भंडारी के खिलाफ मुंबई में अन्य पत्रकारों से मारपीट करने के आरोप में पुलिस शिकायत दर्ज की गई।
आखिर क्या है पूरा मामला, आइये जानते है।
प्रदीप भंडारी ने नामी न्यूज चैनल्स पर लगाया आरोप-
वीडियो को पोस्ट करते हुए पत्रकार प्रदीप भंडारी ने ट्विटर पर लिखा- ‘जानते है महाराष्ट्र में सच बोलने की क़ीमत क्या है? कार्टेल के नामी-गिरामी चेहरे जैसे-जैसे एक्सपोज़ हो रहे है, उनका ग़ुस्सा और बढ़ता जा रहा है। जब पुलिस से भी काम नहीं बना तो आज NDTV और ABP के गुंडे पत्रकारों को मेरे पास हाथपाई करने भेज दिया। लेकिन मैं टूटने वालों में से नहीं हूं।’
जानते है महाराष्ट्र में सच बोलने की क़ीमत क्या है?
कार्टेल के नामी-गिरामी चेहरे जैसे-जैसे एक्सपोज़ हो रहे है, उनका ग़ुस्सा और बढ़ता जा रहा है।जब पुलिस से भी काम नहीं बना तो आज NDTV और ABP के गुंडे पत्रकारों को मेरे पास हाथपाई करने भेज दिया। लेकिन मैं टूटने वालों में से नहीं हूँ। pic.twitter.com/z2fvH2KkUK— Pradeep Bhandari(प्रदीप भंडारी)🇮🇳 (@pradip103) September 24, 2020
अपने एक अन्य ट्वीट में प्रदीप भंडारी ने लिखा है कि धीमी आवाज में रोज रात नौ बजे आकर जो भारत जैसे महान देश में इंटॉलरन्स का रोना रोते हैं। उस से मैं पूछना चाहता हूं, इतना क्या घबरा गए एक नौजवान पत्रकार से कि अपने चैनल के गुंडे पत्रकार को मेरे खिलाफ घेराबंदी करने को बोल दिया?
धीमी आवाज़ में रोज़ रात नौ बजे आकर जो भारत जैसे महान देश में इंटॉलरन्स का रोना रोते हैं। उस से मैं पूछना चाहता हूँ, इतना क्या घबरा गए एक नौजवान पत्रकार से कि अपने चैनल के गुंडे पत्रकार को मेरे ख़िलाफ़ घेराबंदी करने को बोल दिया?
— Pradeep Bhandari(प्रदीप भंडारी)🇮🇳 (@pradip103) September 24, 2020
गौरतलब है कि जिस वक्त यह घटना घटी मौके पर मुंबई पुलिस के जवान भी मौजूद थे। मुंबई पुलिस के जवान पत्रकारों के बीच चल रही बहस को शांत करने का प्रयास कर रहे थे।
‘चाय-बिस्किट वाला पत्रकार’ का तंज-
वहीं दूसरी ओर कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिपब्लिक के पत्रकार प्रदीप भंडारी, पिछले लंबे समय से बाकी पत्रकारों के काम में खलल डालते रहे हैं। वह कई बार दूसरे चैनल के कैमरा फ्रेम्स और लाइव के बीच में आ जाते हैं। उनको कई बार इस बाबत टोंका गया लेकिन वे नहीं माने।
एल्विन हाउस के सामने हुई हाथापाई का कारण यह बताया जा रहा है कि, प्रदीप भंडारी (नीली शर्ट व काला चश्मा पहने हुए) ने किसी दूसरे पत्रकार को लाइव के दौरान गाली दे दी. #istandwithmanojverma#istandwithmanojverma
pic.twitter.com/hFzShYyt5W— Mudassir Mehndi. (@mehndimudassir) September 24, 2020
सोशल मीडिया पर चल रहे पोस्ट के मुताबिक, गुरुवार आज सुबह प्रदीप भंडारी अपने लाइव ब्रॉडकास्ट में बाकी मौजूद मीडियाकर्मियों को ‘चाय-बिस्किट’ वाला पत्रकार कह कर उनका तिरस्कार कर रहे थे। उनके कहने का आशय ये था कि बाकी पत्रकार चाय-बिस्किट खा-पीकर, खबरों को छिपा लेते हैं।
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