बसपा कर्यालय से हटाई गईं मायावती की मुर्तियां…
बहुजन समाज पार्टी कार्यालय में लगी महापुरुषों की मूर्तियों को हटाए जाने का मामला सामने आया है. उत्तर प्रदेश के लखनऊ में स्थित बसपा कार्यालय में महापुरुषों की मूर्तियां लगाई गई थीं. यहां पर बाबासाहब डॉ. भीमराव अंबेडकर, बसपा संस्थापक कांशीराम और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की मूर्तियां लगी थीं. बुधवार को बसपा के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक हुई. इस दौरान जब लोग पहुंचे तो वहां पर मूर्तियों को नहीं देखा. इसके बाद सवाल उठने लगा, आखिर यहां लगी मूर्तियां कहां गई? पार्टी अधिकारियों से इस मामले में पूछताछ शुरू की गई. इसके बाद मूर्तियों को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई. कार्यकर्ताओं को बताया गया कि पार्टी कार्यालय में लगी तमाम मूर्तियों को बसपा सुप्रीमो मायावती के आवास में शिफ्ट कर दिया गया है।
दलित समाज को दिया था बड़ा मैसेज…
दरअसल बसपा प्रमुख मायावती बसपा कार्यालय में काशीराम और आंबेडकर के साथ अपनी मूर्ती लगाकर दलित समाज को बड़ा मैसेज देने की कोशिश की थी. बसपा दलितों की हितैषी और कांशीराम और आंम्बेडकर का असली वारिस साबित करना चाह रही थी. यह कोशिश बसपा के लिए कारगर भी रही है पिछले चुनावों से कमजोर पड़ी है. बसपा अब लोकसभा चुनाव 2024 के लिए तरह –तरह के हाथकंडे अपना रही है।
मूर्तियों पर श्रद्धासुमन समर्पित करती थी मायावती…
बसपा अध्यक्ष मायावती महापुरुषों की जयंती के मौके पर पार्टी कार्यालय पहुंच कर वहां लगी मूर्तियों पर श्रद्धासुमन समर्पित करती रही हैं. इस दौरान बड़ी संख्या में पार्टी अधिकारी और कार्यकर्ताओं का भी जुटान होता रहा है. लेकिन पिछले दिनों में मायावती काफी कम घर से निकल रही है. छोटे स्तर पर होने वाली बैठकों को भी उनके घर में ही आयोजित किया जाता है. ऐसे में मूर्तियों को उनके घर में शिफ्ट किए जाने को लेकर सवाल उठने लगा. कि महापुरुषों की जयंती के मौके पर भी क्या बसपा सुप्रीमो अब पार्टी दफ्तर नहीं आएंगी।
शिफ्ट किए जाने पर कयासबाजि तेज…
बसपा सुप्रीमो के आवास पर महापुरुषों को शिफ्ट किए जाने के वास्तविक कारणों के बारे में किसी भी प्रकार की जानकारी सामने नहीं आई है. इस संबंध में पार्टी पदाधिकारियों के स्तर पर भी कोई जानकारी नहीं दी जा रही है. हालांकि, कयासबाजियों का दौर चल रहा है. मायावती ने अपने कार्यकाल के दौरान महापुरुषों के साथ-साथ पार्टी के चुनाव चिह्न हाथी की प्रतिमाएं भी कई स्थानों पर लगवाई थी. इसको लेकर खूब बवाल मचा था. बसपा कार्यालय में महापुरुषों के कद के हिसाब से प्रतिमाएं लगाई गई थीं.अब उन्हें बसपा सुप्रीमो के आवास पर शिफ्ट किए जाने के मसले पर सुगबुगाहट तेज हो गई है।
मायावती ने कार्यकर्ताओं को किया संबोधित…
बते दे कि बुधवार को यानि कि आज बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी कार्यालय पर पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और कहा कि सभी को लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में जुट जाना है।
और कहा कि भाजपा सरकारों को लव जिहाद, लैड जिहाद, मदरसा, स्कूल-क़ॉलेज बुलडोजर राजनीती, धार्मिक उन्माद फैलाने वाले नफरत बयानो से बचना होगा. उत्तराखंड ,मध्य प्रदेश हरियाणा, में यही हो रहा है।
विकास पूरे प्रदेश का होना चाहिए…
साथ ही कहा कि विकास पूरे प्रदेश का होना चाहिए न कि समाजवादी पार्टी की हुकूमत की तरह कुछ विशेष जिले में खास क्षेत्रो का. उन्होने कहा कि यूपी जनसंख्या के हिसाब से देश का सबसे बड़ा राज्य है. इसीलिए देश के लिए यहां हर प्रकार की अमन, सुख-शान्ति व अच्छी कानुन-व्यवस्था बहुत जरूरी है. लेकिन इस मामले में राज्य सरकार काफी कुछ सही साबित होती नजर आ रही है।
भतीजे को सौंपी जिम्मेदारी…
बसपा ने इन राज्यों के चुनाव में मायावती के भतीजे आकाश आनंद को बड़ी जिम्मेदारी दी है. आकाश आनंद को बसपा ने चुनावी राज्यों की जिम्मेदारी सौंपी है. आकाश ने चुनावी राज्यों की जिम्मेदारी मिलने के बाद ट्वीट कर एक तरह से ये संकेत दे दिए हैं कि उनकी रणनीति दलित-आदिवासी और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को हाथी के साथ लाने की होगी।
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