लोकसभा चुनाव के बीच मायावती का एक्शन, भतीजे का उत्तराधिकारी पद छीना
पार्टी के कोऑर्डिनेटर पद से भी हटाया, बसपा प्रमुख ने खुद ट्वीट कर दी जानकारी
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को पाटी के कॉर्डिनेटर पद से हटा दिया है. उन्होंने इसका ऐलान खुद किया है. साथ ही मायावती ने भतीजे को अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी से भी वंचित कर दिया है.
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बसपा सुप्रीमो मायावती ने भतीजे आकाश आनंद के खिलाफ मंगलवार रात बड़ी कार्रवाई की. मायावती ने अपने ट्वीट में कहाकि ‘विदित है कि बीएसपी एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान और सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेन्ट है. इसके लिए मान्यवर कांशीराम और मैंने खुद भी अपनी पूरी ज़िन्दगी समर्पित किया है. इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है. इसी क्रम में पार्टी में अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही आकाश आनन्द को नेशनल कोओर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया. लेकिन पार्टी व मूवमेन्ट के व्यापक हित में पूर्ण
परिपक्वता आने तक अहम जिम्मेदारियों से अलग किया
परिपक्वता आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है. जबकि इनके पिता आनन्द कुमार पार्टी व मूवमेन्ट में अपनी जिम्मेदारी पहले की तरह ही निभाते रहेगे. अतः बीएसपी का नेतृत्व पार्टी व मूवमेन्ट के हित में और बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है. गौरतलब है कि 28 अप्रैल को आकाश आनंद ने सीतापुर की रैली में दिये गये स्पीच के बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. यही नही मायावती ने आकाश को प्रचार से भी हटा दिया था. अब बीएसपी में उन्हे सभी पदों से हटा दिया गया और उत्तराधिकारी पद भी छीन लिया गया है.
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान की समाप्ति के साथ ही यह बड़ी खबर सामने आई. बताया जाता है कि इसके बाद आकाश अपनी सभी रैलियां छोड़कर गिरफ्तारी के डर से उत्तर प्रदेश से बाहर चला गया था. माना जा रहा है कि मायावती का यह फैसला आकाश के इसी कदम का नतीजा है.