पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए मनोज्ञा लोईवाल को मिला ‘रामनाथ गोयनका’ पुरस्कार
एक ऐसा दौर जब पत्रकारिता चाटुकारिता बनती जा रही है ऐसे समय में भी कुछ एक पत्रकार है जो पत्रकारिता की साख को बरकरार रखते हुए निष्पक्ष पत्रकारिता कर रहै हैं। उन्ही लोगों में एक नाम है मनोज्ञा लोईवाल जो पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना अहम योगदान दे रही हैं और इस समय वो एक टीवी जर्नलिस्ट के तौर पर इंडिया टुडे और आज तक के डिजीटल प्लेटफार्म के लिए काम रही हैं और डिप्टी एडिटर के पद पर तैनात हैं।
रामनाथ गोयनका पुरस्कार से सम्मानित
मनोज्ञा लोईवाल को हाल ही में पत्रकारिता के सबसे बड़े सम्मान रामनाथ गोयनका पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मनोज्ञा को ये पुरस्कार पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया है।
रोहिंग्या मुसलमानों पर की सबसे पहले स्टोरी
बता दें कि मनोज्ञा लोईवाल पहली ऐसी पत्रकार हैं जिन्होंने अकेले ही डोकलाम की यात्रा की है। इसके साथ ही मनोज्ञा और उनकी टीम ने काक्स बाजार और म्यांमार सबसे पहले पहुंची और वहां पर रोहिंग्या मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार, शोषण बलात्कांर, लूट व मानवाधिकारों के उल्लंघन की घटनाओं की इनकी टीम ने सर्वप्रथम कवरेज किया था जिसे बाद में तमाम राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मीडिया ने भी इस खबर को कवर किया।
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रक्षा विषयक पत्रकार
इससे पहले भी मनोज्ञा को उनके बेहतरीन कार्य के लिए सम्मानित किया जा चुका है। इसके साथ ही अलग-अलग मीडिया संस्थानों ने भी मनोज्ञा के उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित कर चुके हैं। इतना ही नहीं मनोज्ञा लोईवाल एक रक्षा विषयक पत्रकार भी हैं और भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय द्वारा साल 2014 में रक्षा पत्रकार कोर्स सर्टिफिकेट प्रदान किया गया।
अबतक मिले हैं ये सम्मान
2017 में रामनाथ गोयनका पुरस्कार से सम्मानित
साल 2016 में इंडिया टुडे ग्रुप द्वारा चेयरमैन अवार्ड से सम्मानित किया गया।
2014 में उन्हें भारत निर्माण पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
साल 2015 में नेपाल में आए भूकंप के शानदार कवरेज के लिए उनके काम को खूब सराहा गया और एक्स्चेंज फॉर मीडिया न्यूज ब्राडकास्टिंग पुरस्कार से नवाजा गया।
बीबीसी विश्व सर्विस ट्रस्ट की ओर से फीचर लेखन का प्रमाणपत्र भी वह प्राप्त कर चुकी हैं।