ऐसा रेलवे स्टेशन जहां, टिकट के लिए लाइन में लगती हैं ‘गाय’

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भारतीय रेल का नाम लेते ही आपके जेहन में भीड़, अव्यवस्था और धक्का-मुक्की की तस्वीरें उभरती हैं। ये रेल भगवान भरोसे ही चलती है और यही बरसों से भारतीय रेल की पहचान रही है। लोग ये मानकर रेल में सफर करते हैं कि अब तो ऐसे ही चलेगा। कहीं कुछ बदलाव होता भी था तो बहुत धीरे-धीरे। ऐसे में अब इस बदलाव में तेजी का बीड़ा उठाया है खुद रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने। एक तरफ जहां रेलवे में व्यापक बदलाव देखने को मिल रहा है, वहीं बुंदेलखंड में एक ऐसा भी रेलवे स्टेशन है, जहां की हालत देखकर रेल मंत्री भी शर्मिंदा हो जाएंगे।

मवेशी करते हैं स्वागत

दरअसल, उत्तर प्रदेश के चित्रकूट से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मानिकपुर जंक्शन मुंबई और इलाहाबाद को जोड़ने का कार्य करता है, यही वजह है कि इसे प्रमुख स्टेशनों में गिना जाता है। लेकिन इस स्टेशन की स्थिति इतनी खराब है कि जब आप स्टेशन में दाखिल होंगे तो यहां मवेशी आपका स्वागत करेंगे। स्टेशन के आगमन द्वार पर ही मवेशियों और जानवरों का ऐसा जमघट लगा रहता है कि पूरे दिन यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

गंभीर नहीं रेलवे प्रशासन

लोगों का कहना है कि कभी-कभी तो यहां यात्री सोते समय जानवरों द्वारा गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं, फिर भी यहां के स्टेशन मास्टर के कानों में जूं तक नहीं रेंगती। मगर, जब किसी बड़े अफसर का दौरा होता है तो आनन-फानन में इन व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के नाम पर लीपापोती शुरू हो जाती है। इस अव्यवस्था के बारे में कई युवा स्थानीय संगठनों द्वारा समय-समय पर उच्च अधिकारियों को ज्ञापन भेजा गया है।

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रेल मंत्री को लिखा पत्र

हाल में एनसीआर के महाप्रबंधक के आगमन पर मानिकपुर विकास मोर्चा संगठन के दर्जनों कार्यकर्तायों ने इस परेशानी को लेकर हाथों हाथ ज्ञापन सौंपा और महाप्रबंधक ने जल्द से जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया, मगर स्थिति जस की तस है। उक्त संगठनों ने इस समस्या को लेकर कई बार रेलमंत्री सुरेश प्रभु के नाम लेटर भी लिख चुके हैं, मगर मंत्रालय की तरफ से अभी तक कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई है। रेलवे के इस लापरवाही की वजह से स्थानीय लोगों में मंत्रालय के खिलाफ काफी निराशा है।

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