नीच’ कहने पर मणिशंकर सस्पेंड तो प्रियंका पर कार्रवाई क्यों नहीं: BJP पार्षद
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “नीच” कहकर संबोधित किया। इसके बाद पार्टी ने डैमेज कंट्रोल की मुद्रा में आकर उनके खिलाफ एक्शन लिया और उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया। मणिशंकर अय्यर के पार्टी से निलंबन के बाद भी यह मामला शांत होता नहीं दिख रहा है।
पार्टी से निलंबित क्यों नहीं किया था?
बिहार के दरभंगा से बीजेपी पार्षद अर्जुन साहनी ने प्रधानमंत्री मोदी को नीच कहे जाने और उसके बाद मणिशंकर अय्यर के खिलाफ कार्रवाई को कांग्रेस की दोहरी राजनीति करार दिया है। सवाल उठाया है कि जब 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान प्रियंका गांधी ने भी मोदी के खिलाफ इसी “नीच” शब्द का प्रयोग किया था तो आखिर उस वक्त कांग्रेस ने प्रियंका के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की थी और उन्हें पार्टी से निलंबित क्यों नहीं किया था?
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2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान जब प्रियंका गांधी ने मोदी को नीच कहा था, इसके बाद अर्जुन साहनी ने दरभंगा सीजेएम कोर्ट में प्रियंका गांधी के खिलाफ केस दर्ज कराया था। अर्जुन साहनी ने कहा कि कांग्रेस ने मणिशंकर अय्यर के खिलाफ त्वरित कार्रवाई सिर्फ गुजरात चुनाव में होने वाले नुकसान से बचने के लिए लिया है। गौरतलब है कि 2014 में मोदी को नीच कहने के बाद दरभंगा न्यायालय में प्रियंका गांधी खिलाफ जो मुकदमा दायर हुआ था।
इसमें प्रियंका को 3 वर्ष की सजा भी हो सकती है
वह मामला अभी भी चल रहा है। अर्जुन साहनी ने कहा कि इस मामले में उन्हें अदालत और न्याय व्यवस्था पर पूरी आस्था है और उन्होंने कहा कि वह इस मामले में प्रियंका को कानूनी रुप से सजा दिलवा कर ही दम लेंगे। अर्जुन साहनी के वकील शिव शंकर झा ने बताया है कि अदालत में प्रियंका गांधी के खिलाफ चल रहे मामले में प्रियंका के खिलाफ अगर आरोप साबित हो जाता है तो ना केवल उनके खिलाफ आपराधिक मामला चलेगा, बल्कि इसमें प्रियंका को 3 वर्ष की सजा भी हो सकती है।
(साभार- आजतक)