ममता के प्लान पर सोनिया हैरान, बताया- ऐसे लाएंगी BJP के बुरे दिन
बीजेपी को हराने के लिए विपक्ष में एकजुटता की कोशिशें तेज हो रही हैं। इसी सिलसिले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने बुधवार (28 मार्च) को कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर आम चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की। इससे पहले ममता बनर्जी ने बीजेपी के बागी नेताओं यशवंत सिन्हा, शत्रुघ्न सिन्हा और अरुण शौरी से भी मुलाकात कर बीजेपी की कमजोरियों और मजबूतियों पर चर्चा की।
रखा आमने-सामने की लड़ाई का प्रस्ताव
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सोनिया से मुलाकात के दौरान ममता बनर्जी ने बीजेपी के खिलाफ आमने-सामने की लड़ाई का प्रस्ताव रखा। उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी राज्यों में कांग्रेस दमदार प्रदर्शन करते हुए बीजेपी को सीधी चुनौती देगी।
मुलाकात के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा, “मैंने उनसे कहा कि जो पार्टी जहां मजबूत है, वहां उसको दमदारी से लड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि कांग्रेस क्षेत्रीय दलों को बीजेपी से मुकाबले के लिए मदद करे। यह आमने-सामने की लड़ाई ही भारतीय जनता पार्टी को खत्म कर देगी।”
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69 फीसद वोट पर है नजर
इससे पहले जब ममता बनर्जी ने अरुण शौरी से मुलाकात के दौरान वन टू वन लड़ाई का प्रस्ताव रखा था तो शौरी ने सुझाव देते हुए कहा था कि इस परिस्थिति में तो विपक्ष को 69 प्रतिशत वोट प्रतिशत का टारगेट रखना चाहिए। अरुण शौरी ने कहा था कि तब मोदी की अत्यधिक लोकप्रियता के बावजूद पार्टी 31 प्रतिशत वोट तक सिमट जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक, ममता बनर्जी ने सोनिया से मुलाकात के दौरान 69 प्रतिशत वोट के शौरी के फॉर्मूले पर भी बात की। चुनाव पूर्व बीजेपी के खिलाफ गठबंधन खड़ा करने को लेकर बहुत उत्सुकता दिखाई।
ममता की बात का समर्थन करते हुए अरुण शौरी ने कहा कि प्रत्येक राज्य की मजबूत पार्टी को चुनाव कमान संभालने की जिम्मेदारी दी जानी चाहिए। अरुण शौरी ने कहा कि यदि बीजेपी को अभी समय रहते नहीं धराशायी किया गया तो भविष्य में न कांग्रेस और न ही क्षेत्रीय दलों का अस्तित्व बचेगा।
जनसत्ता