मुलायम-कांशीराम के नक्शेकदम पर अखिलेश-माया, देवबंद से करेंगे चुनावी शंखनाद
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अस्तित्व में आये महागठबंधन की पहली चुनावी रैली आज उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद से होने जा रही है। इस रैली के जरिये प्रदेश के दो सबसे बड़े दल रहे सपा और बसपा एक साथ एक मंच से 25 साल बाद चुनावी बिगुल फुकेंगे। इस रैली में बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद के अजित चौधरी एक साथ एक मंच पर होंगे।
25 साल बाद एक साथ
बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया है। दोनों पार्टियां रविवार से अपना संयुक्त शक्ति प्रदर्शन शुरू करेंगी। 25 साल पहले भी ऐसे ही मुलायम और कांशीराम ने एक-दूसरे को साथ लेकर बीजेपी के खिलाफ लड़ाई छेड़ी थी।
महागठबंधन देवबंद में एक मंच करेंगे सांझा:
वहीं अब अखिलेश और माया मुलायम और कांशीराम के नक़्शेकदम पर चल कर एक बार फिर भाजपा की हवा को धुँआ करने जा रहे हैं। बता दें कि सहारनपुर के देवबंद से बीएसपी, एसपी और राष्ट्रीय लोकदल की संयुक्त 11 रैलियों का आगाज होगा। अनुमान है कि देवबंद के जामिया तिब्बिया मेडिकल कॉलेज के पास रैली स्थल पर एक लाख से ज्यादा लोग जुटेंगे।
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सूत्रों के मुताबिक एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव और बीएसपी सुप्रीमो मायावती के लिए दो हेलिपैड बनाए गए हैं जबकि आरएलडी चीफ अजित सिंह और उनके बेटे जयंत चौधरी सड़क के रास्ते पहुंचेंगे।
सहारनपुर का जातीय समीकरण:
सहारनपुर संसदीय क्षेत्र में करीब 40% मुस्लिम वोटर्स हैं, जो बीजेपी से नाराज़ बताए जाते हैं, हालांकि मुस्लिम वोटर्स भी आपस बंटे हुए हैं। जैसे मुस्लिमों की कई पिछड़ी जातियां इस बार बीएसपी उम्मीदवार रहमान के पक्ष में दिख रही हैं। इसके अलावा यहां जाटवों की आबादी अधिक है, जो प्रारंपरिक रूप से बीएसपी के वोटर्स रहे हैं।
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