लखनऊ के दिलख़ुशा प्लाजा के नीचे शिव मंदिर होने का दावा…
Lucknow: प्रदेश में मस्जिदों के नीचे मंदिर होने के दावों के बीच अब लखनऊ के दिलख़ुशा प्लाजा अपार्टमेंट के नीचे शिव मंदिर होने का दावा किया गया है. यह दावा मीता दास गजराज सिंह मंदिर एवं भक्ति भावना जनहित कार्य समिति द्वारा किया गया है. कहा जा रहा है कि- विधानसभा मार्ग में अम्बरगंज निवासी डॉ. शाहिद हुसैन ने दिलकुशा प्लाजा अपार्टमेंट बनवाया था. इस अपार्टमेंट के नीचे शिव मंदिर बना हुआ है.
यज्ञमणि दीक्षित दी जानकारी…
बता दें कि, यज्ञमणि दीक्षित ने कहा कि उनके पिता ने इस मंदिर को बनवाने के लिए उनके पिता ने एक समिति रजिस्टर कराई थी.उसका नाम मीता दास गजराज सिंह मंदिर एवं भक्ति भावना जनहित कार्य समिति था. इस समिति ने मंदिर को बचाने के लिए कैसरबाग थाना में 14 अगस्त सन् 1994 की तिथि में एफआईआर करायी थी.
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इसके साथ ही उन्होंने बताया कि, कैसरबाग थाने में हुई एफआईआर में मंदिर पर कब्जा करने के दौरान अष्टधातु की राधा कृष्ण की मूर्ति, सोने के आभूषण और कई सामान चोरी होने की शिकायत हुई थी. तभी पूरे मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी. धीरे-धीरे पूरे मंदिर पर कब्जा हो गया था. पिता जी की लड़ाई को ही वह आगे बढ़ा रहे हैं.
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गजराज सिंह ने अपनी जमीन में बनवाया मंदिर…
वहीं समिति की तरफ से दावे में कहा गया है कि,लखनऊ में सन 1885 में गजराज सिंह नामक एक समाजसेवी ने अपने जमीन पर शिव मंदिर बनवाया था. इसी जमीन पर राधा कृष्ण का मंदिर और एक बड़ा बरगद का पेड़ भी था. माला फूल की दुकानें हुआ करती थीं. मंदिर पर कब्जा करने के दौरान पेड़ काटा गया, जिस पर मजिस्ट्रेट ने रोक लगायी थी. इसके बावजूद पेड़ कटा, मंदिर हटाकर अपार्टमेंट बना दिया गया.