लॉकडाउन : बांदा के 63 मजदूर 3 दिनों से भूखे, नहीं मिली कोई मदद
इन मजदूरों ने केंद्र सरकार से उन्हें उनके गृह जनपद बांदा भेजने या राशन सामग्री का इंतजाम करने का आग्रह किया है
कोरोना वायरस के कहर से बचने के लिए लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन में उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के 33 मजदूर महाराष्ट्र के बेलापुर में और 30 गुजरात के अहमदाबाद में फंसे हुए हैं, जिन्हें तीन दिनों से भोजन-पानी नहीं मिला है।
बांदा जिले के गौर गांव के मुन्ना निषाद ने सोमवार को बेलापुर सीबीडी सेक्टर दिवाला गांव से भेजे संदेश में बताया कि उसके साथ बांदा जिले के 33 युवक मजदूर लॉकडाउन में फंसे हुए हैं और पुलिस उन्हें बाहर नहीं निकलने दे रही है और तीन दिनों से राशन सामग्री भी खत्म है।
इन मजदूरों ने केंद्र सरकार से उन्हें उनके गृह जनपद बांदा भेजने या राशन सामग्री का इंतजाम करने का आग्रह किया है।
पैदल ही घर को निकले लोग-
इसी प्रकार गुजरात के अहमदाबाद के रानीपुर पाटिया मड़वारवास शाहवाड़ी से एक संदेश नवलकिशोर गुप्ता ने भेजकर बताया कि उसके साथ 30 युवक फंसे हुए हैं, जो दो दिन से भूखे हैं। सभी कंपनियां बंद हो गई हैं और पुलिस प्रशासन न बाहर जाने दे रहा है, और न भोजन का ही प्रबंध कर रहा है।
गुप्ता ने बताया कि कुछ युवक पैदल ही पुलिस की लाठियां खाते निकल गए हैं, लेकिन अब उनसे संपर्क भी नहीं हो पा रहा है।
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