संसद Live: राफेल मुद्दे पर हर सवाल का जवाब दे रही हैं रक्षा मंत्री
निर्मला सीतारमण- जब राहुल गांधी ने एचएएल बेंगलुरू में बैठक की, उन्होंने कहा कि राफेल आपका हक है। आपको इसे बनाना चाहिए था। कांग्रेस का जेट खरीदने का इरादा नहीं था। हर ‘AA’ का मतलब ‘Q’ और ‘RV है।
राफेल पर चर्चा करते हुए रक्षामंत्री ने कहा, ‘वायुसेना को विमान की तत्काल जरूरत है। यूपीए की इच्छा नहीं थी कि विमान का सौदा हो। यूपीए वाली डील होती तो 11 साल में विमान आते। रक्षा सौदा और रक्षा का सौदा करने में यही अतंर है। हम रक्षा सौदा नहीं करते। हम राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता में रखते हुए रक्षा में सौदा करते हैं। कमीशन नहं मिला इसलिए कांग्रेस ने डील पूरी नहीं की।’
सीतारमण ने कहा, ‘चीन और पाकिस्तान मिलकर लड़ाकू विमानों का बड़ा दस्ता तैयार कर रहे हैं। यूपीए सरकार केवल 18 लड़ाकू विमान चाहती थी। यूपीए ने सौदे में गतिरोध पैदा किया। 2022 तक सभी 36 राफेल लड़ाकू विमान भारत को मिल जाएंगे। समझौते के 3 साल के अंदर इसी साल पहला राफेल विमान सितंबर में भारत पहुंच जाएगा। हमने बातचीत की प्रक्रिया को 14 महीने में खत्म किया।’
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रक्षामंत्री ने कहा, ‘हमारी पश्चिमी और उत्तरी सीमाओं पर युद्ध हुए हैं। उपकरण की समय पर खरीद प्राथमिकता होनी चाहिए। हमें तात्कालिकता की भावना को पहचानना होगा। 2006-14 के दौरान यूपीए विमान क्यों नहीं खरीद सकी? यूपीए ने राफेल पर क्यों कोई फैसला नहीं लिया? यूपीए ने बातचीत में 8 साल निकाले।’
सीतारमण ने कहा, ‘भारत हमेशा शांति चाहता है और कभी युद्ध की पहल नहीं करता है। लेकिन हमारे पड़ोस में इस तरह का माहौल नहीं है, ऐसे में हमारा तैयार रहना बेहद जरूरी है। पड़ोसी क्षमता बढ़ा रहे थे और हमारी क्षमता घट रही थी।’
रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में राफेल पर कहा, ‘देश की सुरक्षा से समझौता नहीं। एक-एक सवाल का जवाब दूंगी। विपक्ष के वरिष्ठ नेता मेरे जवाब सुनना नहीं चाहते हैं। यह बहुत ही निराशाजनक है। इस देश को यह जानने की जरूरत है कि रक्षा खरीद राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित है और बहुत महत्वपूर्ण है, चाहे वह सत्ता में हों या फिर हम।’
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भाजपा सांसद ठाकुर ने कहा, ‘यदि कांग्रेस ने राफेल को लेकर सही कदम उठाए होते तो हमारी सरकार को राफेल विमान खरीदने की जरूरत ही नहीं पड़ती। 2012 में आखिर किसने इस सौदे को रोका था। पीएम मोदी ने 95 मिनट के इंटरव्यू में हर मुद्दे पर बात की थी। राहुल गांधी को मिस स्मिता प्रकाश से क्या पूछे जाने की अपेक्षा थी? आप क्या खाने पंसद करते हैं, आपका कुत्ता कैसा है आदि? इसके बाद राहुल गांधी ने महिला पत्रकार पर हमला किया जो बेहद ही निंदनीय है।’
ठाकुर ने अपने जवाब में कांग्रेस के ऊपर जीप, घोटाला और अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले के आरोप लगाए। जिसके बाद कांग्रेस सांसदों ने सदन में हंगामा करना शुरू कर दिया। कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ठाकुर पर विषय से हटकर बात करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘अनुराग ठाकुर ने विषय से हटकर बात करते हुए असंसदीय भाषा का प्रयोग किया और अनर्गल बातें की।’
लोकसभा में राफेल पर बहस के दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘कांग्रेस को बहस के लिए तैयार होने में 20 से ज्यादा दिनों का समय लग गया। विपक्ष ने चर्चा का नेतृत्व करने के लिए जिस नेता को आगे किया वह एक असमंजस में और भ्रष्ट नेता हैं जो जमानत पर बाहर हैं। वो 20 मिनट में 20 झूठ बोलकर चले गए। कांग्रेस ने देशहित पीछे रखकर परिवारहित को आगे रखा। जिसका नतीजा हमें चीन से लड़ाई के दौरान भुगतना पड़ा। इनकी सरकार में जीप घोटाले से लेकर अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला हुए और ये रक्षा सौदों पर सवाल करते हैं।’
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राफेल पर चर्चा के दौरान खड़गे ने कहा, ‘केंद्र द्वारा उच्चतम न्यायालय में जमा करवाया गया हलफनामा गलत है। केंद्र अदालत और जनता को गुमराह कर रही है। यही वजह है कि हम जेपीसी की मांग कर रहे हैं। हम रिलायंस के डाटा के आधार पर ही कह रहे हैं कि यह 1 लाख 30 हजार करोड़ रुपये का घोटाला है। बात को घुमाने के लिए ये (भाजपा) कहते हैं कि आपका गणित गलत है।’
कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बार फिर राफेल सौदे पर जेपीसी की मांग को दोहराया। उन्होंने कहा, ‘हम पहले ही कह रहे थे कि इस बात का फैसला उच्चतम न्यायालय में नहीं होगा। इसका फैसला संसद में होगा। यह लोग अदलात के फैसले की आड़ में अपनी अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं। भाजपा सरकार अपनी गलती छुपाने के लिए अदालत को अंग्रेजी पढ़ा रही है।’
इस सौदे से अनिल अंबानी ने बनाए 30 हजार करोड़ रुपये
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, ‘अनिल अंबानी ने इस सौदे से 30 हजार करोड़ रुपये बनाए? अनिल अंबानी को किसने कांट्रैक्ट दिलवाया? फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद का कहना है कि पीएम मोदी ने उन्हें यह कांट्रैक्ट दिलवाया था। क्या नई डील पर हिंदुस्तान की वायुसेना, रक्षा मंत्रालय के लोगों को आपत्ति थी या नहीं क्योंकि एक फाइल में लिखा है कि रक्षा मंत्रालय ने सौदे पर आपत्ति दर्ज कराई थी।’
सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा, ‘राफेल विमान की तकनीक को सार्वजनिक नहीं करना समझ मे आता है लेकिन कीमत को सार्वजनिक न करना सिर्फ एक बहाना है।’
संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन
कांग्रेस सासंद सुनील जाखड़ और गुरजीत सिंह औजला ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने पंजाब के किसानों का मुद्दा उठाते हुए आलू बेचे। वहीं आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कर रहे टीडीपी सांसदों ने भी कांग्रेस सासंदों के इस प्रदर्शन में उनका साथ दिया।
एआईएडीएमके और टीडीपी सांसदों के हंगामे के कारण गुरुवार को सदन की कार्यवाही 4 जनवरी तक के लिए स्थगित हो गई थी। आज सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई। राफेल सौदे को लेकर सदन में चर्चा जारी है। रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण इस मसले पर आज जवाब दे सकती हैं।साभार
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