स्टार्टअप: पत्रकारिता छोड़, मुफ्त में करता है मदद

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बढ़ती महंगाई और अन्य आर्थिक, समाजिक समस्याओं के कारण भारत के लोगों में डिप्रेशन की समस्या तेजी से बढ़ रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक देश की करीब एक तिहाई जनता अवसाद का शिकार है। सर्वे के मुताबिक भारत में करीब 36 प्रतिशत लोग गंभीर डिप्रेशन के शिकार हैं। डिप्रेशन एक ऐसी बीमारी है जो कुछ रोगियों को आत्महत्या की ओर ले जाती है। लेकिन क्या आपको कभी लगा है कि तनाव में जीने वाले लोगों की जिंदगी में बदलाव लाने की एक ईमानदार कोशिश के साथ भी एक बिजनेस शुरू किया जा सकता है? अगर नहीं तो एक पत्रकार द्वारा शुरू की गई AdviceAdda.com की कहानी आपको हैरान कर सकती है। आज की तारीख में यह वेबसाइट हर महीने लाखों लोगों को एक्सपर्ट सलाह और काउंसलिंग मुहैया कराती है, जो जिंदगी की परेशानियों से लड़ते हुए हताशा के शिकार हो चुके हैं।

पत्रकार ने की शुरुआत   

इस वेबसाइट की शुरुआत पत्रकारिता में 13 साल से ज्यादा वक्त बिता चुके विवेक सत्य मित्रम ने जुलाई 2014 में की थी। विवेक मेनस्ट्रीम मीडिया का हिस्सा रहते हुए सहारा, पीटीआई, स्टार न्यूज, इंडिया न्यूज, जनता टीवी, एनडब्ल्यूएस और जिआ न्यूज जैसे संस्थानों में बतौर रिपोर्टर, एडिटर और चैनल हेड जैसे पदों पर काम कर चुके हैं।

देश की पहली ऑनलाइन एडवाइस वेबसाइट

AdviceAdda.com देश की पहली और अपनी तरह की इकलौती एक ऐसी ऑनलाइन एक्सपर्ट एडवाइस वेबसाइट है, जहां आप एक ही जगह पर हर तरह की विशेषज्ञों से सलाह ले सकते हैं।

journalistcafe

ये देश का अपनी तरह का पहला प्लेटफार्म है, जहां आप एक ही जगह पर 20 से ज्यादा कैटेगरी में उपलब्ध विशेषज्ञ सलाह देते हैं।

यहां हर सवालों का मिलेगा जवाब

आपकी जिंदगी में चाहें जो भी परेशानी हो या फिर चाहें जो भी दुविधा हो आप AdviceAdda.com पर विशेषज्ञों से सलाह ले सकते हैं, वो भी मुफ्त में। विशेषज्ञों की टीम में ना केवल अलग-अलग तरह के डॉक्टर (फिजिशियन-सर्जन, स्किन एक्सपर्ट, डेंटिस्ट, सेक्सोलॉजिस्ट, गाइनोकोलॉजिस्ट) बल्कि करियर काउंसलर, एडवोकेट, साइकोलॉजिस्ट, फाइनेंशियल एडवाइजर, डाइटिशियन और फिटनेस एक्सपर्ट शामिल हैं। इसके अलावा खास बात ये है कि इसके लिए आपको अपनी पहचान जाहिर करने की जरूरत नहीं है।

लाखों लोगों की समस्याओं का समाधान

इस वेबसाइट ने तमाम उन युवाओं की समस्याओं का समाधान किया है, जो अपने जिंदगी से हार मान चुके थे। आपको जानकर हैरानी होगी कि सीमित संसाधनों में चल रही इस वेबसाइट ने पिछले 18 महीनों में 15 लाख से ज्यादा लोगों के जिंदगी की उलझनें सुलझाई हैं। जिनमें हजारों की तादाद में ऐसे लोग भी रहे हैं जिन्हें ‘एडवाइस अड्डा’ ने ब्रेक-अप, ड्रग एडिक्शन, अनवांटेड प्रेगनेन्सी, डिप्रेशन और सुसाइडल टेंडेसी जैसी मुश्किल स्थितियों में काउंसलिंग मुहैया कराते हुए सही फैसले लेने में मदद की।

कैसे हुआ मार्केटिंग

AdviceAdda.com वेबसाइट का सोशल मीडिया डिवीजन के हेड के मुताबिक ‘एडवाइस अड्डा’ चूंकि खुद में एक नया विचार था, जिसकी लोगों की जरूरत थी। इसलिए शुरूआती दौर में इस वेबसाइट की पब्लिसिटी उन लोगों ने की जिन्होंने इनकी सेवाएं ली। शुरूआती दौर में इनके पास सलाह लेने आने वालों की संख्या में ज्यादातर लोग माउथ पब्लिसिटी की वजह से आए, लेकिन दो-तीन महीनों में ही ‘एडवाइस अड्डा’ के बारे में मीडिया में छपना शुरु हो गया।

संयुक्त राष्ट्र संघ ने किया सम्मानित

सफलता का आलम ये रहा कि महज छह महीने के भीतर ही AdviceAdda.com के बारे में देश-विदेश की 40 से ज्यादा मीडिया हाउसों ने इसके बारे में चर्चा की। इसके अलावा इस वेबसाइट के फाउंडर और सीईओ विवेक सत्य मित्रम को आईकांगो और संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से उनके कार्य के लिए अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया। यह वेबसाइट सोशल मीडिया में कई तरह के कैंपेन भी चलाती रही है, जिसमें से एक कैंपेन ‘नॉट अ हिप्पोक्रेट’ फेसबुक पर वायरल हो गया और करोड़ों लोगों तक पहुंचा।

40 करोड़ लोगों तक पहुंचाने का लक्ष्य

AdviceAdda.com के फाउंडर विवेक सत्य मित्रम ने बताया कि उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि इस वेबसाइट को देश के उन 40 करोड़ लोगों तक पहुंचाना, जो आज इंटरनेट से जुड़े हुए हैं। उनका मानना है कि हर किसी की जिंदगी में कोई ना कोई ऐसी समस्या या परेशानी मौजूद है जिससे वो जूझ रहा है और अगर उसे एडवाइस अड्डा के बारे में मालूम हो तो वो निश्चित तौर पर अपनी समस्या का समाधान पाने की कोशिश कर सकता है।

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