रौब गांठने की मानसिकता है सुरक्षा की मांग : नीतिश
पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा घटाए जाने के मुद्दे पर बिहार में सियासी घमासान शुरू हो गया है। सोमवार को लालू समेत उनके दोनों बेटे तेज प्रताप और तेजस्वी यादव इस मुद्दे को लेकर बीजेपी और नीतीश कुमार पर हमलावर दिखे। अब इस मामले पर ट्वीट करते हुए नीतीश कुमार ने भी पलटवार किया है।
बिहार सरकार और बीजेपी का बचाव कर चुके हैं
नीतीश ने तंज करते हुए ट्वीट किया, ‘राज्य सरकार द्वारा ‘Z’ Plus और SSG की मिली हुई सुरक्षा के बावजूद केंद्र सरकार से NSG और CRPF के सैकड़ों सुरक्षा कर्मियों की उपलब्धता के जरिए लोगों पर रौब गांठने की मानसिकता, साहसी व्यक्तित्व का परिचायक है’। नीतीश से पहले डिप्टी सीएम सुशील मोदी भी सुरक्षा कम करने को लेकर बिहार सरकार और बीजेपी का बचाव कर चुके हैं।
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उनका कहना था कि यह फैसला गृहमंत्रालय की ओर से किया गया है और राजनीति से इसका कोई-लेना नहीं है। राज्य सरकार द्वारा ‘Z’ Plus और SSG की मिली हुई सुरक्षा के बावजूद केंद्र सरकार से NSG और CRPF के सैकड़ों सुरक्षा कर्मियों की उपलब्धता के जरिए लोगों पर रौब गांठने की मानसिकता, साहसी व्यक्तित्व का परिचायक है!
बेटों ने बताया मर्डर की साजिश
लालू यादव की सुरक्षा घटाने के मुद्दे पर मंगलवार को बिहार में सियासी पारा चढ़ रहा। विपक्ष ने बिहार विधान सभा के बाहर जमकर हंगामा किया। सोमवार को लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप ने इस मसले को राजनीतित से प्रेरित बताते हुए कहा था कि सुरक्षा घटाना बीजेपी की साजिश है और वह लालू यादव की हत्या कराना चाहती है। इसके बाद तेजस्वी ने भी पिता लालू की सुरक्षा में कटौती का कड़ा विरोध किया था।
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गृह मंत्रालय का फैसला
केंद्र सरकार ने गुरुवार को लालू प्रसाद और 7 अन्य वीआईपी की सुरक्षा कटौती की थी। गृह मंत्रालय ने बताया कि लालू प्रसाद की सुरक्षा को ‘जेड प्लस’ श्रेणी से घटाकर ‘जेड’ कर दिया गया है। गृह मंत्रालय ने कहा कि लालू प्रसाद को ब्लैक कैट कमांडो की ओर से मुहैया कराए गए एनएसजी कमांडो कवर को भी हटा दिया गया है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की सुरक्षा को भी ‘जेड प्लस’ श्रेणी से घटाकर ‘जेड’ कर दिया गया है। लालू प्रसाद के काफिले में पहले एनएसजी कमांडो और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दो वाहन शामिल थे। नए निर्देशों के लागू होने के बाद उन्हें 35 सीआरपीएफ कमांडो ही दिए जाएंगे, सभी 8 एनएसजी कमांडो को हटा दिया गया है।
(साभार -आजतक)
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