Social Media में लक्षद्वीप की बहार, UP से यहां पहुंचना आसान नहीं…
गूगल में अचानक सर्च की बाढ
लखनऊ: भारत और मालदीव के बीच बढ़ते विवाद को लेकर भारत के खूबसूरत पर्यटक स्थल लक्षद्वीप की हर तरफ चर्चा हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लक्षद्वीप जाकर वहां के टूरिज्म को प्रमोट कर चुके हैं. इसके बाद गूगल पर अचानक लक्षद्वीप को सर्च करने वालों की संख्या बढ़ गई. इतना ही नहीं पीएम मोदी के लक्ष्यदीप के दौरे के बाद गूगल में अचानक सर्च की बाढ आ गयी है.
आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर खूबसूरत तस्वीरें पोस्ट की जाने लगीं. यह बहस चल पड़ी कि जब देश में इतनी खूबसूरत जगह है तो छुट्टी मनाने और कहीं क्यों जाएं? लोगों को मालदीव की बजाय यहाँ जाना चाहिए. प्रधानमंत्री मोदी की मुहिम को सलमान खान और अक्षय कुमार जैसे बड़े सितारों का समर्थन मिला है. अरब सागर में स्थित लक्षद्वीप देश का केंद्रशासित प्रदेश है. उत्तर प्रदेश के सैलानियों के लिए यहां पहुंचना थोड़ा कठिन है. यूपी से सीधे यहाँ के लिए न तो कोई फ्लाइट है और न ही सड़क या रेल मार्ग से कोई सुविधा है.
यूपी से लक्षद्वीप जाना का रास्ता –
अगर आप यूपी से लक्षद्वीप घूमने जाना चाहता तो उसे पहले दिल्ली जाना होगा. इसके बाद आपको साउथ इंडिया के कोच्चि स्थित अगत्ती एयरपोर्ट के लिए फ्लाइट बुक कराना होगा. यह कोच्चि से लक्षद्वीप जाने का एकमात्र एयरपोर्ट है. अगत्ती द्वीप पहुंचने के बाद यहां से हेलिकॉप्टर और नाव की सुविधा मिलती है जिसकी मदद से सैलानी अन्य द्वीपों तक आसानी से पहुंच सकते हैं. दिल्ली से अगत्ती एयरपोर्ट तक हवाई जहाज का किराया 10 हजार रुपये से शुरू होता है. कोच्चि से लक्षद्वीप की दूरी करीब 400 किलोमीटर है. लक्षद्वीप जाने के लिए एक विशेष प्रकार के परमिट की जरूरत भी पड़ती है.
कई एडवेंचर्स का ले सकते है मजा
लक्षद्वीप में पर्यटक शांत और स्वच्छ समुद्र तट इंजॉय करने आते हैं. यहां उन्हें सनबाथ का मजा उठाते देखा जा सकता है. इनके अलावा लक्षद्वीप में कई एडवेंचर एक्टिविटीज भी होती हैं. यहां आप स्नॉर्कलिंग, स्कूबा डाइविंग सहित कई तरह के एडवेंचर्स का मजा उठा सकते हैं.
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मालदीव को क्या है दिक्कत?…
आपको बता दें कि लक्षद्वीप के टूरिज्म को प्रमोट करने पर मालदीव के तीन मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की. तीनों को वहां की सरकार ने सस्पेंड कर दिया है. भारत से करीब दो लाख से ज्यादा लोग हर साल मालदीव की यात्रा करते हैं. साल 2022 में 2 लाख 41 हजार और 2023 में 2 लाख से अधिक लोगों ने मालदीव की यात्रा की है. ऐसे में यदि लक्षद्वीप जैसे भारत के द्वीपों को प्रमोट किया जाता है तो जाहिर है कि भारत से मालदीव जाने वाले लोगों की संख्या में कमी आएगी, जिसका विपरीत असर वहां के टूरिज्म पर पड़ेगा.