जानिए क्या है व्हेल के पेट में मिला एम्बरग्रीस, 9.5 kg एम्बरग्रीस की कीमत 44 करोड़
समुद्र किनारे मिली मरी हुई व्हेल के पेट के अंदर एक 9 किलो के वजन का पत्थर मिला था। जिसके बाद से ही शोधकर्ता उस पत्थर की जांच-पड़ताल में लग गए थे। यह मृत व्हेल स्पेन कैनरी द्वीप ला पाल्मा में स्थित समुद्र के पास मिली थी। जब शोधकर्ताओं को उस पत्थर की पहचान हुई तो हैरत में पड़ गए। दरअसल, मृत व्हेल के पेट में जो पत्थर मिला था, वह पत्थर नहीं बल्कि एम्बरग्रीस है। जिसकी कीमत करोड़ों की होती है। व्हेल के पेट में मिले 9 किलोग्राम एम्बरग्रीस की कीमत 5.4 मिलियन डॉलर यानी कि 44 करोड़ रुपये बताई जा रही है। मगर इससे भी ज्यादा रोचक है यह जानना कि एम्बरग्रीस क्या है और कैसे व्हेल के अंदर आया।
व्हेल की उलटी है एम्बरग्रीस
आम तौर पर व्हेल की उल्टी को एम्बरग्रीस कहा जाता है, एम्बरग्रीस पुराने फ्रांसीसी शब्दों ‘एम्बर’ और ‘ग्रिस’ से लिया गया है, जिसका मोटे तौर पर अनुवाद ग्रे एम्बर होता है। व्हेल इस ठोस मोमी पदार्थ को उल्टी के रूप में पैदा करती है जिसे मछुआरे अक्सर समुद्र में तैरते हुए पाते हैं। व्हेल आमतौर पर बड़ी मात्रा में स्क्विड और कटलफिश खाकर जीवित रहती हैं. हालांकि इसका अधिकांश भाग पच नहीं पाता और उल्टी के रूप में बाहर आ जाता है। इसका कुछ हिस्सा पाचन तंत्र में रहता है और वर्षों तक आपस में जुड़कर एम्बरग्रीस बनाता है।
परफ्यूम में यूज़ होती है एम्बरग्रीस
इसे समुद्र का खजाना या तैरता हुआ सोना कहा जाता है। क्योंकि एम्बरग्रीस काफी महंगा पदार्थ है। परंपरागत रूप से एम्बरग्रीस का उपयोग परफ्यूम बनाने के लिए किया जाता है जिसमें नोट्स ऑफ मस्क होते हैं। परफ्यूम कंपनियां खुशबू बनाए रखने के लिए एम्बरग्रीस से निकाली गई एम्बरीन अल्कोहल का उपयोग करती हैं।हालांकि अतीत में कुछ संस्कृतियों में इसका उपयोग भोजन, मादक पेय और तंबाकू के स्वाद के लिए किया जाता था। लेकिन वर्तमान में इन उद्देश्यों के लिए इसका उपयोग शायद ही कभी किया जाता हो।
एक महीने पहले मिली थी व्हेल
बता दें कि यह मृत व्हेल स्पेन के कैनरी द्वीप ला पाल्मा में समुद्र के किनारे बीते महीने जून में मिली थी। जब व्हेल का प्रशिक्षण किया गया तो मछली के पेट से करीब साढ़े 9 किलोग्रा वजन का एक पत्थर निकाला था। तब किसी को यह अंदाजा नहीं था कि वह पत्थर करोड़ों की कीमत वाला एक एम्बरग्रीस है।
एम्बरग्रीस बहुमूल्य खजाना
नोगोल्स समुद्र तट पर मिली मृत व्हेल के अंतड़ियों से मिले एम्बरग्रीस के रूप में वैज्ञानिकों को एक बहुमूल्य खजाना मिला है। एम्बरग्रीस की कीमत 5.4 मिलियन डॉलर यानी कि 44 करोड़ रुपये बताई मानी जा रही है। लास पाल्मास विश्वविद्यालय में पशु स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा संस्थान के प्रमुख एंटोनियो फर्नांडीज रोड्रिग्ज ने व्हेल के शव का परीक्षण किया। इस दौरान उन्हें पता चला कि व्हेल की मृत्यु एक पाचन समस्या के कारण हुई थी। मछली के अंदर कुछ कठोर चीज फंसी हुई मिली, जो उसकी मृत्यु का कारण साबित हुई।
विऑन की रिपोर्ट के अनुसार, लास पाल्मास विश्वविद्यालय के एक वैज्ञानिक रोड्रिग्ज ने कहा, “मैंने जो निकाला वह लगभग 9.5 किलोग्राम वजन का एक पत्थर था। किसी को पता नहीं था कि मेरे हाथों में जो था वह एम्बरग्रीस था।”
पीड़ितों के इलाज में इस्तेमाल होगी रकम
एम्बरग्रीस की कीमत का अनुमान लगाया गया है कि उसकी कीमत 5.4 मिलियन डॉलर (लगभग 44 करोड़ रुपए) से अधिक हो सकती है। अब संस्थान एक ऐसे खरीदार की तलाश कर रहा है जो एम्बरग्रीस खरीद सके, और यह धन 2021 में ला पाल्मा पर फटे ज्वालामुखी के पीड़ितों की मदद के लिए इस्तेमाल में लाया जा सके।
भारत में बैन है एम्बरग्रीस का उपयोग
इतना बहुमूल्य पदार्थ होने के बाद भी एम्बरग्रीस कुछ जगहों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में एम्बरग्रीस रखने या व्यापार करने पर प्रतिबंध है। अमेरिका में, शुक्राणु व्हेल को लुप्तप्राय प्रजाति अधिनियम 1973 के तहत संरक्षित किया गया है, जो लुप्तप्राय प्रजातियों के किसी भी उत्पाद के उपयोग पर प्रतिबंध लगाता है। इसके साथ ही भारत ने भी वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 के तहत एम्बरग्रीस के रखने और इसकी बिक्री पर प्रतिबंध लगाया हुआ है।
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