BIG NEWS : ताजमहल तो ‘शिव मंदिर’ तेजो महल हैं : कटियार

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ताजमहल पर राजनीति दंगल हैं कि थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। संगीत सोम, ओवेसी और सुब्रह्मण्यम स्वामी के बाद भाजपा नेता विनय कटियार ने विवादित बयान देकर चर्चा में आ गये।उन्होंने बयानबाजी को एक नया मोड़ देते हुए कहा कि ताजमहल तो शिव मंदिर ‘तेजो महल’ है, जिसे शाहजहां ने मकबरे में तब्दील कर दिया।

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तेजो महल’ को हिन्दू राजाओं ने बनवाया था

कटियार ने कहा, “ताजमहल हिन्दू मंदिर है, जिसको तेजो महल कहा जाता था। इतिहासकार पीएन ओक की एक किताब भी ऐसा ही कहती है। शाहजहां ने इसमें अपनी पत्नी को दफनाने के बाद इसे एक मकबरे में बदल लिया था।” राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शामिल रहे कटियार ने कहा कि ‘तेजो महल’ को हिन्दू राजाओं ने बनवाया था।

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तेजो महल एक मशहूर इमारत थी, जिसे शाहजहां ने हथिया लिया

उसका स्थापत्य और शिल्प देखकर लगता है कि वह हिन्दू धर्म से जुड़ी कोई इमारत थी।भाजपा राज्यसभा सदस्य ने दलील देते हुए कहा कि शिव मंदिर की तरह ताजमहल की छत से भी पानी टपकता है। ऐसा किसी मकबरे में नहीं होता। तेजो महल एक मशहूर इमारत थी, जिसे शाहजहां ने हथिया लिया था। हालांकि, कटियार ने यह भी कहा कि वह नहीं चाहते कि दुनिया के सात आश्चर्यों में शुमार किये जाने वाले ताजमहल को ढहाया जाए।

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तेजो महल हमारा मंदिर था

साथ ही उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ताजमहल देखने जाने के कार्यक्रम से कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा, “तेजो महल हमारा मंदिर था, जिसे मकबरा बना दिया गया। लेकिन यह भव्य इमारत एक राष्ट्रीय धरोहर है। पर्यटक इसे देखने आते हैं, लिहाजा इसे सुरक्षित रखा जाना चाहिये।” कटियार ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अयोध्या में आज भव्य दीपावली का कार्यक्रम आयोजित किये जाने के सियासी मायने नहीं निकाले जाने चाहिएं।

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इस बारे में उच्चतम न्यायालय का निर्णय आ जाएगा

सरकार का उद्देश्य अयोध्या का विकास करना है। आज के कार्यक्रम में यह कोशिश की जाएगी कि भगवान राम के वनवास से लौटने के बाद मनाये गये जश्न का दृश्य पुनर्जीवित हो। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने उम्मीद जताई कि एक साल के अंदर इस बारे में उच्चतम न्यायालय का निर्णय आ जाएगा।

इस महीने के अंत में ताजमहल देखने जाएंगे

मालूम हो कि पर्यटन विभाग द्वारा हाल में जारी एक पुस्तिका में ताजमहल को शामिल नहीं किए जाने के बाद विवाद उठा था। हाल में भाजपा विधायक संगीत सोम ने इसे ‘गद्दारों’ द्वारा बनवाई गई इमारत बताते हुए विवाद को और हवा दे दी थी। हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि यह ‘भारत माता के सपूतों के खून पसीने से बनी इमारत’ है और वह इस महीने के अंत में ताजमहल देखने जाएंगे।

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