कश्मीर में हालात सामान्य नहीं, मुख्य धारा के नेता अब भी नजरबंद
केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाने के बाद आज 48वें दिन भी घाटी के अधिकतर इलाकों में मोबाइल तथा इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं।
वहीं संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बल अब भी तैनात हैं। घाटी के अधिकतर इलाकों में चरणबद्ध तरीके से प्रतिबंद्ध हटाए जा रहे हैं।
48वें दिन ऐसे हैं हालात-
अधिकारियों ने बताया कि घाटी में लगातार 48वें दिन बाजारों के बंद रहने और सार्वजनिक वाहनों के सड़कों से नदारद रहने के साथ ही जनजीवन प्रभावित रहा। उन्होंने बताया कि सभी मंचों पर इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित हैं।
अधिकारियों ने बताया कि पूरी घाटी में लैंडलाइन सेवाएं चालू हैं, जबकि मोबाइल पर ‘वॉइस कॉल’ सेवाएं पुलिस जिलों कुपवाड़ा और हंदवाड़ा में ही शुरू की गई हैं।
मुख्य धारा के नेता अब भी नजरबंद-
राज्य सरकार द्वारा स्कूलों को खोलने के प्रयास अभी तक रंग नहीं लाए हैं, माता-पिता अब भी सुरक्षा कारणों से बच्चों को घर से बाहर भेजने को तैयार नहीं हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती समेत कई मुख्य धारा के नेता अब भी नजरबंद हैं।
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