अयोध्या में भूमि पूजन के बाद जश्न में डूबी काशी, कहीं उतारी गई आरती तो कहीं बंटे लड्डू
अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर की आधारशिला रखी। इसके साथ ही देशभर में जश्न का दौर शुरु हो गया है। पांच सौ साल बाद इस शुभ घड़ी को हर देशवासी जी लेना चाहता था। अयोध्या में भूमिपूजन होने के साथ ही शिव की नगरी काशी जश्न में डूब गई। कहीं मिठाईयां खिलाकर मुंह मिठा कराया गया तो कहीं मुस्लिम महिलाओं ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम चंद्र की आरती उतारी उतारकर अपनी आस्था जताई।
मुस्लिम महिलाओं ने उतारी भगवान राम की आरती-
भूमि पूजन संपन्न होने के साथ ही बनारस में जश्न का दौर शुरु हो गया। बनारस में मुस्लिम महिलाओं ने भूमि पूजन के बाद विशेष आरती की। विशाल भारत संस्थान के दफ्तर में महिलाओं ने रामचरित मानस पाठ के बाद आरती उतारी। इस दौरान सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई। विश्वनाथ मंदिर के साथ ही संकटमोचन मंदिर और दुर्गामंदिर पर भी पुलिस की तैनाती रही। गीता मंदिर पर भाजपा कार्यकर्ता राम आरती में जुटे रहे।
अस्सी स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने रुद्राभिषेक किया। नरहरपुरा स्थित पतालपुरी मठ में महंत बालकदास ने साधु संतों के साथ हवन पूजन व भजन कीर्तन किया। सोनारपुरा में राममंदिर पर भी पूजन होता रहा। सोनारपुरा चौराहे पर राम भक्तों ने जश्न मनाया और कई किलो लड्डू चढ़ाया। संघ कार्यालय सिगरा में भी भूमि पूजन का कार्यक्रम आरएसएस के पदाधिकारियों ने देखा। गुरुधाम स्थित राम जानकी मंदिर में भारत विकास परिषद शिवा की ओर से जश्न मनाया गया।
पूरे शहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था-
वहीं, पूरे शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। विश्वनाथ मंदिर जाने वाले रास्ते पर गोदौलिया से ज्ञानवापी तक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। हर आने जाने वाले की चेकिंग होती रही। चौक से दशाश्वमेध घाट तक एसएसपी ने खुद सुरक्षा का जायजा लिया। भूमि पूजन के मद्देनजर काशी में भी पहले से ही हाई अलर्ट है।
शरारती तत्वों पर निगरानी के लिए ड्रोन लगाया गया है। भ्रामक व भड़काऊ पोस्ट रोकने के लिए सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर भी नजर रखी जा रही है। जिले की सीमाओं से लेकर शहर के अलग-अलग चौराहों पर चेकिंग होती रही। संवेदनशील स्थलों पर सादे वेश में भी पुलिसकर्मी लगाए गए हैं। जिले में प्रवेश करने वालों की गहन छानबीन की जाती रही।
सुरक्षा के मद्देनजर मैदागिन से गोदौलिया के बीच चार पहिया वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। चौक से बांसफाटक तक तो दो पहिया वाहन भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। सिर्फ पुलिस वाहनों व एंबुलेंस को छूट है। यह प्रतिबंध अयोध्या में भूमि पूजन कार्यक्रम संपन्न होने तक लागू रहेगा। इस क्रम में डेढ़सी पुल से विश्वनाथ गली मार्ग पर बिना जांच के कोई दोपहिया वाहन भी नहीं जाएगा।
शिव की नगरी में राम नाम की गूंज-
अयोध्या में राममंदिर भूमिपूजन की पूर्व संध्या पर ही काशी राममय हो गई। साज-सज्जा के बाद शहर के प्रमुख चौराहे दीपों और झालरों की रोशनी में आलोकित हो उठे। मठों, आश्रमों और देवालयों में सुंदरकांड का पाठ शुरू हुआ। शहर से लेकर गांव-गांव तक भगवा लहराने लगा। बुधवार को अयोध्या में भूमि पूजन के साथ जिले के भी सैकड़ों स्थानों पर विविध धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे।
साधु-संतों के साथ ही साथ काशी के कलाकार भी इस ऐतिहासिक रामयज्ञ में अपनी विधाओं के माध्यम से आहुति देने के लिए तत्पर हैं। भाजपा सहित कई राजनीतिक संगठनों ने मंगलवार को पूरे दिन शहर में मिट्टी के दीयों का वितरण किया।
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