विश्‍वनाथ मंदिर प्रकरण : काशी के कोतवाल को सौंपी एफआईआर

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वाराणसी के काशी विश्‍वनाथ मंदिर क्षेत्र में लोगों का घर तोड़कर गलियारा बनाने की प्रशासनिक मंशा के विरोध में बनी काशी की धरोहर बचाओ संघर्ष समिति ने रविवार को आंदोलन तेज करने का निर्णय किया। एक सभा हुई जिसमें प्रशासन को 48 घंटे का अल्टीमेटम दे दिया। समिति का मानना है कि अफसरों के बयान के बावजूद मीडिया में आ रही विरोधाभासी खबरों से आशंका के बादल गहराते जा रहे हैं और लोगबाग सशंकित हैं। समिति ने सभा में लिये गये निर्णय के मुताबिक काशी के कोतवाल कालभैरव के दरबार में जाकर राजनेताओं और अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर के लिए अर्जी लगायी।

 अधिकारी की किसी बात पर भरोसा नहीं

पूर्वघोषित कार्यक्रम के अनुसार समिति की सभा नीलकंठ महादेव मंदिर पर हुई। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के प्राच्य विद्या संस्थान के अवकाशप्राप्त डीन प्रो सुधांशु शेखर की अध्यक्षता में हुई सभा में मीडिया में आ रही खबरों पर चर्चा हुई। वक्ताओं ने कहा कि ऐसे में किसी अधिकारी की बातों पर यकीन करना मुश्किल हो गया है। सभा में इस बात पर जोर दिया गया कि हम विकास के समर्थक हैं मगर विध्वंस की कोई कोशिश हुई तो इसका काशी की जनता मुंहतोड़ जवाब देगी। सभा में खरीदे या अधिग्रहीत मकानों में स्थापित देव विग्रहों को नष्ट करने पर रोष जताया गया। साथ ही उन देव विग्रहों को पुन: उन्हीं स्थानों पर प्रतिष्ठापित करने की मांग की गयी।

 48 घंटे में प्रोजेक्ट का ब्लू प्रिंट जनता के सामने रखें

सभा में तय हुआ कि यदि प्रशासन 48 घंटे में प्रोजेक्ट का ब्लू प्रिंट जनता के सामने स्पष्ट नहीं करता है तो आंदोलन को तेज किया जाएगा और इसमें काशी की जनता के साथ अन्य संगठनों की मदद ली जाएगी। इस आंदोलन को केंद्रीय ब्राम्हण महासभा ने अपना समर्थन दिया है। डॉ सलिलेश मालवीय और आशुतोष ओझा के नेतृत्व में महासभा के एक प्रतिनिधि मंडल ने सभा में शिरकत की। सभा के बाद समिति के लोग कालभैरव मंदिर गये और वहां अपने आराध्य को राजनेताओं और अफसरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की अर्जी लगायी।

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सभा में वरिष्ठ पत्रकार पदमपति शर्मा, काशी विशालाछी मंदिर के महंत व वरिष्ठ पत्रकार राजनाथ तिवारी, केंद्रीय ब्राम्हण महासभा के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यछ कन्हैया त्रिपाठी, विश्वनाथ मंदिर महंत परिवार के राजेंद्र तिवारी बबलू, वरिष्ठ पत्रकार ए के लारी, रुपेश पांडेय, संजीव सिंह, डॉ आनंद प्रकाश तिवारी, कृष्ण कुमार शर्मा, सुनील मेहरोत्रा, कांग्रेस नेत्री शालिनी यादव, महालक्षमी शुक्ला, दिलीप यादव, संतोष शर्मा, मनीष गुप्ता, राज कपूर ने संबोधित किया।

 सीएम मंदिर विस्तार योजना की करेंगे समीक्षा

ऐसा बताया जा रहा है कि काशी विश्वनाथ मदिर विस्तारीकरण योजना के तहत हो रहे कार्यों और उनके विरोध पर मुख्यमंत्री कार्यालय की सीधी नजर है। विश्वनाथ मंदिर विस्तारीकरण योजना की मुख्यमंत्री पुन: लखनऊ में समीक्षा करेंगे। समीक्षा बैठक के मद्देनजर विस्तार और विरोध की फाइलों के साथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं वीडीए सचिव विशाल सिंह लखनऊ रवाना हो गए हैं। विशाल सिंह ने कहा कि विश्वनाथ मंदिर विस्तारीकरण के तहत कॉरिडोर और सरोवर के माध्यम से गंगा का जल काशी विश्वनाथ के समक्ष लाने की योजना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही खारिज कर दी है। उनका पूरा फोकस इस बात पर है कि काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र में मौजूद काशी खंड के शिवालयों को पुन: उनका प्राचीन गौरव दिलाया जाए। इन देवालयों का संरक्षण सुनिश्चित करने के बाद ही दूसरी किसी योजना पर काम होगा।

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