कांशीराम की जयंती पर ‘रावण’ का बड़ा दांव, मायावती को नुकसान के आसार
चंद्रशेखर ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर अभी से तैयारी शुरू कर दी है
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अभी 2 साल दूर है लेकिन राज्य में सियासी जमीन तैयार करने की कवायद अभी से शुरू हो गई है। इसके मद्देनजर भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने उत्तर प्रदेश के अगामी विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी है।
चंद्रशेखर जल्द ही अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान कर सकते है। माना जा रहा है कि भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद रावण बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक दलित नेता कांशीराम की जयंती यानी 15 मार्च को नई पार्टी का ऐलान कर सकता है।
पार्टी के नाम पर विचार-
नए राजनीतिक दल के लिए चंद्रशेखर ने काफी सोच समझ कर इस दिन को चुना है। माना जा रहा है कि इसके माध्यम से वह दलित समुदाय को खुश कर सकेंगे। उनके ऐसा करने से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
फिलहाल पार्टी के लिए तीन नामों पर विचार चल रहा है। यह नाम हैं आजाद बहुजन पार्टी, बहुजन आवाम पार्टी और आजाद समाज पार्टी। माना जा रहा है कि पार्टी का नाम आजाद समाज पार्टी रखा जा सकता है।
मुश्किल में मायावती!-
बसपा की सबसे बड़ी चिंता यह है कि भीम आर्मी की युवाओं और दलित समुदाय के नेताओं के बीच बढ़ती लोकप्रियता है। ऐसे में बसपा के बड़े नेता भीम आर्मी के खिलाफ नई नीतियां बनाने में जुटे हैं।
बसपा ने कथित रूप से अपने कार्यकर्ताओं से बसपा संस्थापक कांशीराम की जयंती धूमधाम से मनाने के लिए कहा है। भीम आर्मी के राजनीतिक संगठन तैयार होने की चर्चा भी पिछले काफी समय से थी।
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