कानपुर: ओपी शर्मा का निधन, CM योगी ने जताया दुःख, जानें महान जादूगर के बारे में
देश-दुनिया में अपने हैरतअंगेज जादुई करिश्मों से लोगों को अचंभित करने वाले यूपी के कानपुर के मशहूर जादूगर ओम प्रकाश शर्मा (ओपी शर्मा) का शनिवार की रात करीब 11:00 बजे निधन हो गया. 76 वर्षीय ओपी शर्मा किडनी की बीमारी के चलते कानपुर के फॉर्चून हॉस्पिटल में भर्ती थे, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके निधन की सूचना मिलते ही शहर में शोक की लहर दौड़ गई.
कानपुर के भैरोघाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया. ओपी शर्मा ने अपनी जादू की कला से देश-विदेश में बड़ा नाम कमाया. उन्होंने करीब 40 हजार शोज किए. उनके निधन पर सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, सांसद सत्यदेव पचौरी, सांसद देवेंद्र सिंह भोले, महापौर प्रमिला पांडेय सहित कई जनप्रतिनिधियों ने शोक व्यक्त किया है.
सीएम योगी ने अपने ट्विटर हैंडल से लिखा
‘अपनी नायाब कला के द्वारा दशकों से लोगों का मनोरंजन कर रहे प्रख्यात जादूगर श्री ओ.पी. शर्मा जी का निधन अत्यंत दुःखद है. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व उनके शोकाकुल परिजनों एवं असंख्य प्रशंसकों को यह दुःख सहने की शक्ति दें. ॐ शांति!’
अपनी नायाब कला के द्वारा दशकों से लोगों का मनोरंजन कर रहे प्रख्यात जादूगर श्री ओ.पी. शर्मा जी का निधन अत्यंत दुःखद है।
प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व उनके शोकाकुल परिजनों एवं असंख्य प्रशंसकों को यह दुःख सहने की शक्ति दें।
ॐ शांति!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 16, 2022
ओपी शर्मा ने राजनीति में भी किस्मत आजमाई, लेकिन सफलता नहीं मिली थी. उन्होंने वर्ष 2002 में गोविंद नगर विधानसभा से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था. चुनाव प्रचार के दौरान वह जादू दिखाकर वोट मांगते थे. उनकी वोट मांगने के अंदाज से चुनावी सभाओं में भीड़ तो खूब जुटी, लेकिन वोट नहीं जुटा पाए.
ओपी शर्मा मूल रूप से बलिया के रहने वाले थे. वह कानपुर में स्मॉल आर्म्स फैक्ट्री में कम करने आए थे और यहीं से फिर जादूगर बन गए. ओपी शर्मा ने अपना घर कानपुर दक्षिण के बर्रा-2 से पहले शास्त्रीनगर इलाके में बनवाया था. उन्होंने अपने घर का नाम भूत बंगला रखा था. इतना ही नहीं उनके घर के मेन गेट पर भूतों की आकृति भी बनी हुई है. कानपुर दक्षिण के बर्रा क्षेत्र में उनका बंगला काफी चर्चित है.
ओपी शर्मा के परिवार में पत्नी मीनाक्षी हैं. उनके बड़े बेटे प्रेम प्रकाश शर्मा दिल्ली दूरदर्शन में काम करते हैं. मंझले बेटे सत्य प्रकाश शर्मा ने खुद को ओपी शर्मा जूनियर के रूप में स्थापित किया है. तीसरा बेटा पंकज प्रकाश शर्मा प्रिंटिंग प्रेस में काम करता है. सबसे छोटी बेटी रेनू शर्मा यूएसए में रहती हैं.
ओपी शर्मा कहते थे कि जिसे आप जादू समझते हैं वो जादू नहीं बल्कि विज्ञान का चमत्कार है. ये जादू की कला देश की प्राचीनतम है और इसका जन्म भारत में हुआ है. ये पूरे विश्व में फैली है. जादू कला विज्ञान और तकनीकी पर आधारित है, जैसे-जैसे विज्ञान आगे बढ़ता रहा नए-नए शो आते रहेंगे, ये कला भी उसी तरह है उसके साथ साथ आगे बढ़ती रहेगी.
जादूगर ओपी शर्मा को बचपन से जादू से लगाव था. जादू के शुरुआती करतब उन्होंने अपने बड़े भाई देवतानंद शर्मा से सीखे थे. इसके बाद उन्होंने जादू की दुनिया में अपना नाम स्थापित किया. मुंबई में डिजाइनर इंजीनियरिंग करने के दौरान ही उन्होंने शो करने शुरू किए थे. वहीं, फिल्मी दुनिया से मंच, साज-सज्जा, मेकअप, लाइटिंग, साउंड, का बारीकी से समझने के बाद उनका इस्तेमाल अपने जादू शो में किया.
ओपी शर्मा के मायावी इंद्रजाल की दुनिया में उनके साथ लगभग 250 टन वजन का साजो-सामान रहता था. इसमें कई खूंखार जानवर भी शामिल थे. उनकी टोली में सहयोगी पुरुष एवं महिला कलाकारों, संगीतकारों, गायकों, मेकअप मैन और प्रकाश नियंत्रक जैसे कई सहयोगी होते थे. करीब 200 लोगों की टीम में दो दर्जन महिला कलाकारों के साथ लगभग 50 उनके स्टेज के सहयोगी कलाकार भी शामिल रहते थे. जब एक जगह से दूसरी जगह ओपी शर्मा रवाना होते थे तो इंद्रजाल का सारा सामान 16 से अधिक ट्रकों में समाता था.
परिजनों के मुताबिक, ओपी शर्मा ने देश-विदेश में करीब 40 हजार शो किए हैं. वर्ष 2018 में उन्होंने अपना आखिरी शो किया था. इसके बाद सारे शो इनके बेटे ओपी शर्मा (जूनियर) कर रहे हैं. ओपी शर्मा ने पहला कमर्शियल शो मुंबई में किया गया था. इंडियन मैजिक मीडिया सर्कल ने उन्हें नेशनल मैजिक अवार्ड 2001 और शहंशाह-ए-जादू की उपाधि दी थी. उनके शो में सबसे चर्चित रगबिरंगा इंद्रजाल होता था.
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