कमलेश तिवारी हत्याकांड : डीजीपी ओपी सिंह बोले- गुजरात से जुड़े हैं हत्या के तार
उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को हुए कमलेश तिवारी हत्याकांड में यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने साफ किया कि इस हत्याकांड का किसी भी आतंकी संगठन से कोई संबंध नहीं है।
शनिवार को प्रेस वार्ता कर डीजीपी ने बताया कि मौके से मिला मिठाई का डिब्बा हमारी जांच में अहम सुराग बना है।
ओपी सिंह ने बताया कि कमलेश तिवारी की निर्मम हत्या के बाद हमने कई छोटी-छोटी टीमों का गठन किया।
उनको प्रदेश के बाहर भी तार जुड़े होने की जांच करने को कहा।
गुजरात पुलिस और यूपी पुलिस के साझा प्रयास से हमने तीन व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है।
उनसे सघन पूछताछ की जा रही है।
संदिग्ध हिरासत में-
सूरत से तीन संदिग्धों मोहसिन शेख, फैजान और रशीद पठान को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है।
डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि कमलेश तिवारी हत्याकांड में रशीद पठान ने हत्या की साजिश रची।दो और संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया था लेकिन पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
हालांकि उनपर नजर रखी जा रही है।
कमलेश तिवारी हत्याकांड में यूपी और गुजरात पुलिस की टीम ने 3 लोगों को हिरासत में लिया।
आरोपियों के नाम मौलाना मोहसिन शेख, फैजान, और खुर्शीद अहमद पठान हैं।
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