नहीं रहे खेल का गूगल कहे जाने वाले पत्रकार हरपाल सिंह ….

नहीं रहे खेल का गूगल कहे जाने वाले पत्रकार हरपाल सिंह ....

पत्रकारिता में चार दशक से ज्यादा लम्बे कॅरियर में खेल जगत की खबरों को बारीकी से कवर करने वाले अनुभवी पत्रकार हरपाल सिंह बेदी का लंबी बीमारी के बाद बीते शनिवार को निधन हो गया. बेदी ने लम्बी बीमारी के बाद 72 वर्ष में अपनी अंतिम सांस ली, वह अपने पीछे पत्नी और बेटी छोड़ गए हैं. 2012 के लंदन ओलंपिक में भारतीय प्रेस अताशे के रूप में बेदी ने मीडिया बॉक्स को अपनी वाकपटुता, गर्मजोशी और व्यंग से मंत्रमुग्ध कर दिया था. वह भारतीय खेलों के बहुत अच्छे जानकारी थे, यही वजह थी कि लोग उन्हें खेल के गूगल के नाम से भी जानते थे.

कैसे पड़ा उनका नाम खेल का गूगल ?

वह पिछले कुछ वर्षों से स्टेट्समैन अखबार के सलाहकार संपादक रहे और यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया (यूएनआई) के पूर्व खेल संपादक थे, जो भारतीय खेल पत्रकारिता में सर्वश्रेष्ठ में से एक था. अपने करियर में उन्होंने आठ ओलिंपिक खेलों के अलावा कई एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों के कई सत्र को ग्राउंड कवर किया था. इसके अलावा वे क्रिकेट, हॉकी और एथलेटिक्स के विश्व कप सहित अन्य महत्वपूर्ण ओलिंपिक खेलों की विश्व और राष्ट्रीय चैंपियनशिप को भी कवर करते थे.

वरिष्ठ पत्रकार ने दी श्रद्धाजंलि

युवा पत्रकारिता में उनकी क्षमता को भुलाया नहीं जा सकता, वह अपने हास्य से युवा पत्रकारों को आश्वस्त किया करते थे. खेल प्रशासक और वरिष्ठ पत्रकार जी राजारमन ने अपने पूर्व सहयोगी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, ‘हरपाल सिंह बेदी एक उत्कृष्ट पत्रकार थे, उनसे सब प्यार करते थे और उनका सम्मान करते थे…।’ आगामी पेरिस ओलिंपिक में भारत के प्रेस अताशे राजारमन ने पीटीआई से कहा, ‘वह भारतीय खेलों और खेल से जुड़े प्रशासन पर अच्छी समझ रखते थे.’

बिशन सिंह बेदी के करीबी माने जाते थे

वह भारत के महान स्पिनर और पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी के करीबी दोस्त थे. कई बार लोगों ने उन्हें बिशन सिंह बेदी ही समझ लिया करते थे. साल 2023 में भारत के पूर्व कप्तान का निधन हो गया था. उनके निधन पर बेदी ने कहा था कि, ‘हम करीबी दोस्त हैं, आप जानते हैं, मैं ‘बीएसबी’ हूं, वह ‘एचएसबी’है. हम एक-दूसरे को बहुत पहले से जानते हैं.’ जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित ‘स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज’ से स्नातकोत्तर और एम. फिल. करने वाले बेदी को उनके सहयोगियों द्वारा खेल पत्रकारिता में पिता तुल्य माना जाता था.

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विदेश मंत्री ने दी श्रद्धांजलि

बेदी के निधन पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी संवेदना व्यक्त की, जिसमें उन्होने एक्स पर लिखा था कि, “पहली पीढ़ी के जेएनयूवासियों के लिए विशेष रूप से दुखद दिन. हमारे समय के दिग्गज हरपाल सिंह बेदी का आज सुबह निधन हो गया. उसके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं. शांति.