आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या पर बोले जेटली
केरल में कथित तौंर पर माकपा कार्यकर्ताओं द्वारा मार डाले आरएसएस(RSS) कार्यकर्ता के परिवार से केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली मुलाकात की और इसे बर्बर अपराध करार दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के अपराध से एक आतंकवादी भी शर्मिदा हो जाएगा। ई. राजेश की कथित तौर पर माकपा कार्यकर्ताओं ने हफ्ते भर पहले नृशंस हत्या कर दी।
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जेटली ने कहा, “राजेश के शरीर पर 89 घाव थे। जिस तरह का जख्म उसे दिया गया, उससे कोई आतंकवादी तक शर्मिदा हो जाएगा।”
जेटली ने कहा, “यह बर्बरता है..यहां तक कि एक शत्रु देश भी इस तरह से क्रूरता नहीं करेगा, लेकिन एक राजनीतिक दल ने ऐसा किया है।”
उन्होंने कहा, “आपके पास तरह-तरह की घटनाओं की एक श्रृंखला है, जिसमें बड़ी संख्या में राजनीतिक कार्यकर्ता मारे जा रहे हैं। पार्टी कार्यालयों पर हमले हो रहे हैं, हमारे राज्य के अध्यक्ष किसी तरह से बचे हैं।”
उन्होंने कहा, “हम इस जघन्य अपराध को नहीं भूलेंगे। मैं यहां अपनी पार्टी की तरफ से एकजुटता प्रकट करने आया हूं।”
जेटली हवाईअड्डे से ई.राजेश (34) के घर गए। राजेश की एक सप्ताह पहले हत्या कर दी गई थी। जेटली ने राजेश की पत्नी, उनके दो बच्चों व परिवार के अन्य सदस्यों से मुलाकात की।
इसके बाद उन्होंने एक श्रद्धांजलि सभा को संबोधित किया और कहा कि केरल में राजनीतिक हिंसा की गाथा रही है।
भारतीय जनता पार्टी के नेता ने कहा, “सरकारों का चुनाव जनता के लिए अच्छे कार्य करने के लिए होता है।”
उन्होंने कहा, “लेकिन केरल में सत्तारूढ़ पार्टी लोगों में हिंसा पैदा कर रही है। इस तरह की विचारधारा हमारी विचारधारा को नहीं तोड़ सकती।”
मंत्री ने शिकायत की कि यदि इसी तरह का कुछ भाजपा शासित राज्य में होता तो बड़ी चिल्लाहट मच जाती।
उन्होंने कहा, “हर बार एलडीएफ (वाम लोकतांत्रिक मोर्चा) के शासन में हिंसा की घटनाएं बढ़ जाती है..अब पुलिस द्वारा निष्पक्षता बरते जाने की जरूरत है।”
उन्होंने कहा, “राज्य सरकार अपने कार्यकर्ताओं को राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर छूट देने के बजाय उन्हें अनुशासित करने के लिए राजनीतिक इच्छा शक्ति व दृढ़ संकल्प प्रदर्शित करे।”
उन्होंने कहा कि भाजपा मार्क्सवादियों द्वारा मारे गए कार्यकर्ताओं के परिवारों को मदद करेगी।
केरल के एक दिवसीय दौरे पर आए जेटली का हवाईअड्डे पर भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई के नेताओं ने स्वागत किया।
इस बीच, माकपा ने रविवार को राज्यपाल पी. सदाशिवम के आधिकारिक निवास, राजभवन के समक्ष धरना आयोजित किया और जेटली से आग्रह किया कि उन्हें माकपा के उन कार्यकर्ताओं के परिवारों से भी मुलाकात करनी चाहिए, जिनकी हत्या कथित तौर पर भाजपा व आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने की है।
माकपा के तिरुवनंतपुरम जिले के सचिव अनावूर नागप्पन ने मीडिया से कहा कि प्रदर्शन में राज्य में 1980 से मारे गए 21 माकपा कार्यकर्ताओं के परिजन भी शामिल हुए।
उन्होंने कहा, “जेटली को अपने दौरे को सिर्फ आरएसएस कार्यकर्ता के घर तक सीमित नहीं रखना चाहिए। यहां बैठे सभी लोगों ने अपने करीबी और प्रियजनों को भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ताओं के हाथों खो दिया है।”
प्रदर्शन में माकपा की राज्य इकाई के सचिव कोडियेरी बालाकृष्णन व एलडीएफ के संयोजक वायकोम विश्वम भी शामिल हुए।
जेटली ने हिंसा से प्रभावित वाम कार्यकर्ताओं के परिवारों से भी मिलने का प्रस्ताव दिया।
उन्होंने कहा, “जिस तरह की बहस की जा रही है और जैसा मैंने मीडिया के एक वर्ग में पढ़ा है कि सभी पक्षों में पीड़ित है।
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