Israel-Hamas war: जारी युद्ध के बीच आर्थिक संकट से जूझ रहा इजराइल ?…
israel-Hamas के बीच शुरू हुई लड़ाई इजराइल के लिए बर्बादी लेकर आई है. इससे गरीबी में रहने वाले फिलिस्तीनी की संख्या में नाटकीय रूप से वृद्धि हुई है. जिसके चलते 3 लाख लोग गरीबी में घिर गए. कहा जा रहा है कि दोनों देशों के बीच युद्ध के कारण गंभीर आर्थिक मंदी आई. इसके चलते अक्टूबर के बीच गाजा पट्टी में रोजगार में 61% और वेस्ट बैंक में 24% की गिरावट आई है.
इतना ही नहीं इजराइल की एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि नवंबर 23 से मार्च 2024 तक बेरोजगारी 57 फीसद तक बढ़ गई थी. इसके चलते लगभग 5 लाख नौकरियां चली गई. इतना ही नहीं यह दावा किया जा रहा है कि गाजा बुनियादी ढांचा और अर्थव्यवस्था को लेकर पहले से ही संघर्ष कर रहा था लेकिन, अब युद्ध के बाद यहां की हालत बद से बदतर हो गई है. इसका कारण है कि युद्ध से पहले यहां 61 फीसद आबादी गरीबी के नीचे रह रही थी.
मानव विकास 11-16 साल पीछेः UNDP
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) के अनुसार इजराइल और हमास के बीच गाजा और वेस्ट बैंक ने मानव विकास को 11 से 16 साल पीछे छोड़ दिया है. दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध के चलते फिलिस्तीनी अर्थव्यवस्था का मई 2024 तक 50 बिलियन डॉलर का निवेश नष्ट हो गया, जिससे 1.8 मिलियन लोग गरीबी में डूब गए.
इज़राइल को जंग से एक साल के दौरान नुकसान…
आर्थिक मंदी…
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि युद्ध के कारण इजराइल ने 1 लाख फिलिस्तीनी श्रमिकों को काम पर आने नहीं दिया, जिससे उनकी आय पर गंभीर प्रभाव पड़ा. अनुमानित तीन लाख लोग फिलिस्तीनी गरीबी में चले गए. इससे गाज़ा में रोजगार में 61% और वेस्ट बैंक में 24% की गिरावट आई.
बेरोजगारी की वृद्धि…
यह भी कहा जा रहा है कि मार्च 2024 तक, इजराइल में बेरोजगारी दर 57% तक पहुंच गई थी लेकिन अब सितम्बर तक इसका डाटा 61 फीसद तक पहुंच गया है. जिसमें 500,000 नौकरियां चली गईं. लगभग 85% कार्यबल बिना नौकरी के रह गया है.
संरचना का विनाश…
दोनों देशों के बीच जारी युद्ध में अब तक करीब 42 हजार लोगों की मौत हो गई है जिसमें बच्चे, महिलाएं और आम नागरिक शामिल हैं. 41,000 से अधिक घर नष्ट और 222,000 से अधिक क्षतिग्रस्त हुए हैं. वहीं अस्पतालों, स्कूलों, जल और स्वच्छता प्रणालियों को भी व्यापक क्षति पहुंची है.
ALSO READ : जाम का जंजाल – महकमा ही करा रहा अपनी किरकिरी, रोडवेज चौकी से हटाए 22 सिपाही
राजस्व में कमी…
इज़राइल द्वारा कर राजस्व में कटौती ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है जिससे लगभग 143,000 श्रमिकों का वेतन प्रभावित हुआ है. इजराइल में इसके चलते वर्क फोर्स की कमी हुई है.
ALSO READ : 365 दिन की जंग… लेकिन अभी भी हमास के कब्जे में इजराइल के बंधक…
गाजा में 80 फीसद बेरोजगारी…
इजराइल और हमास के बीच गाजा में बड़ी संख्या में लोगों की नौकरियां नष्ट हो गईं. जैसे ही युद्ध अपने एक महीने के पड़ाव पर पहुंचा, गाजा में 61 प्रतिशत रोजगार, जो 182,000 नौकरियों के बराबर था, का नुकसान होने का अनुमान था. जून 2024 तक, अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने कहा कि बेरोजगारी 80 प्रतिशत थी.