विश्व बाघ दिवस : ‘एक था टाइगर’ से ‘टाइगर जिंदा है’ तक की कहानी!
आज विश्व बाघ दिवस है। पूरे विश्व में बाघों की तेजी से घटती संख्या के प्रति संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाने को लेकर हर साल 29 जुलाई को ‘वर्ल्ड टाइगर डे’ मनाया जाता है।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाघों की संख्या पर ऑल इंडिया टाइगर एस्टीमेशन 2018 की रिपोर्ट जारी की। नए आंकड़ों के मुताबिक देश में बाघों की संख्या 2967 पहुंच गई है। 2014 में यह संख्या 2,226 थी। बाघों की संख्या में 33.28 प्रतिशत वृद्धि देखी गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय टाइगर दिवस के अवसर पर कहा कि यह कहानी ‘एक था टाइगर’ से ‘टाइगर ज़िंदा है’ तक की है। पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं इस क्षेत्र से जुड़े लोगों से यही कहूंगा कि जो कहानी ‘एक था टाइगर’ के साथ शुरू होकर ‘टाइगर जिंदा है’ तक पहुंची है, वो वहीं न रुके। केवल टाइगर जिंदा है, से काम नहीं चलेगा। बाघ संरक्षण से जुड़े जो प्रयास हैं उनका और विस्तार होना चाहिए, उनकी गति और तेज की जानी चाहिए।’
पीएम मोदी ने कहा कि नौ साल पहले, सेंट पीटर्सबर्ग में यह निर्णय लिया गया था कि बाघों की आबादी को दोगुना करने का लक्ष्य 2022 होगा। हमने भारत में यह लक्ष्य चार साल पहले पूरा किया था। उन्होंने कहा कि घोषित बाघ जनगणना के परिणाम हर भारतीय, हर प्रकृति प्रेमी को खुश करेंगे।
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