BHU में छात्रों के भोजन में निकले कीड़े, जमकर हुआ हंगामा

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वाराणसीः काशी हिंदू विश्वविद्यालय में आए दिन विभिन्न समस्याओं को लेकर छात्र धरना प्रदर्शन और हंगामा करते रहते हैं. धरना प्रदर्शन और हंगामा के इस क्रम में लालबहादुर शास्त्री छात्रावास के भोजन में कीड़े निकलने पर छात्रों ने जमकर हंगामा किया. हंगामा की सूचना पर पहुंचे वार्डेन ने भोजन की जांच कराई. घटना सच मिलने पर मेस तत्काल प्रभाव से बंद करा दिया गया.

छात्रों ने बताया कि रात मेस में पनीर की सब्जी बनी थी. सभी छात्र भोजन कर रहे थे. इसी बीच एक छात्र ने देखा कि सब्जी में कीड़े हैं. पहले छात्रों को लगा कि शायद प्लेट साफ नहीं होगी और उसमें कीड़ा रहा होगा. फिर अन्य छात्रों ने भी अपनी सब्जी चेक की तो उसमें भी कीड़े दिखे. यह देख उन्होंने खाना खा रहे अन्य विद्यार्थियों को रोक हंगामा शुरू कर दिया.

पहले भी हुई थी इस तरह की घटना

इससे पूर्व तीन अक्तूबर को भी भोजन में अनमियतता और कच्चे चावल, कीड़े मिलने मिलने पर विद्यार्थियों ने विरोध जताया था. इस पर भी जांच कराने के बाद वार्डेन की ओर से मेस बंद करा दी गया था. अभी तीन दिन पहले नई मेस की शुरुआत हुई थी कि फिर खाने में कीड़ा मिला. वार्डेन ने इस मेस को भी बंद करा दिया.

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समस्या का नहीं हो रहा समाधाना…

विद्यार्थियों का कहना है कि हॉस्टल में खाने को लेकर लंबे समय से समस्या चल रही है. वार्डेन आर एस मिश्रा ने बताया कि मेस को पहले बंद किया जा चुका था. छात्रों ने मेस महाराज से बात करके मेस की शुरुआत कराई थी. उन्होंने कहा कि 70 रूपए की थाली दी जा रही थी. किसी भी मेस में खाने का एक डाइट होता है, लेकिन छात्र मन मुताबिक पैसा देना चाहते हैं और उसी मन मुताबिक का डाइट भी खाना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि हमने तत्काल मेस को खाली कर दिया है और अभी विश्वविद्यालय की तरफ से कोई मेस वहां नहीं चलाया जा रहा है.

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छात्रावास के छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा कि छात्रावास में कभी खाने में कीड़े निकल रहे हैं. इसका समाधान नहीं हो रहा है. स्टूडेंट एडवाइजर, वार्डेन, डीन और डीएसडब्ल्यू से शिकायत के बाद भी समाधान नहीं हो रहा है. अब विद्यार्थी किससे शिकायत करें. विद्यार्थियों ने चेतावनी दी है कि यदि आगे से भोजन की गुणवत्ता खराब हुई तो वे आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे. जिसकी पूरी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन और वार्डन की होगी.

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