निर्भया कांड : इंदिरा जयसिंह के बयान के मंत्री को याद आईं द्रौपदी और सीता

निर्भया गैंगरेप के दोषियों को माफी देने वाले सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ वकील और सामाजिक कार्यकर्ता इंदिरा जयसिंह के बयान पर विवाद शुरू हो गया है। इस बयान पर केंद्रीय मंत्री प्रताप सारंगी ने भी असहमति जताई। डन्होंने कहा कि 5 हजार साल पहले भी नारियों के अपमान के लिए मृत्युदंड की व्यवस्था थी।

केंद्रीय मंत्री प्रताप सारंगी ने कहा, ‘द्रौपदी के अपमान के लिए भीम ने कीचक को मारा था। द्रौपदी के अपमान के लिए ही पांडवों ने कौरवों का नाश किया था। सीता माता का अपमान का प्रतिकार भगवान राम ने रावण का वध करके लिया था।

इसी परंपरा के तहत नरेंद्र मोदी ने 12 साल से कम उम्र की लड़कियों का अपमान होने पर मृत्युदंड की व्यवस्था की है। कई कथित देशभक्त ने इसका विरोध किया लेकिन यह हमारी परंपरा है।’

क्या कहा था इंदिरा जयसिंह ने?-

शुक्रवार को, इंदिरा जयसिंह ने आशा देवी को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का उदाहरण देते हुए अनुरोध किया था कि जैसे उन्होंने अपने पति और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्यारों को माफ किया था, वैसे ही निर्भया की मां को भी बड़ा दिल दिखाना चाहिए।

यह भी पढ़ें: आम्रपाली दुबे की मांग – निर्भया के आरोपियों की फांसी का हो लाइव टेलीकास्ट

यह भी पढ़ें: दोषियों को माफी के सुझाव पर बोलीं निर्भया की मां, ऐसे लोगों के चलते ही नहीं रुक रहे रेप

 

 

 

 

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)