रक्षा क्षेत्र में भारत की लंबी छलांग, एशिया में इससे बड़ी कहीं नही, रोजगार के अवसर भी होंगे पैदा

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आज का दिन (सोमवार) भारतीय रक्षा और औद्योगिक उत्पादन क्षेत्र में अत्यंत महत्वपूर्ण है। क्योंकि आज पीएम मोदी HAL (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) की कर्नाटक के तुमकुरू में बनी एशिया की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर फैक्ट्री का अनावरण करते हुए इसे देश को समर्पित किया है। यह आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को जमीनी स्तर पर रेखांकित भी कर रहा है क्योंकि ये फैक्ट्री पूर्णतः स्वदेशी है जिसमे शुरुआती समय में LUH (लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर) का उत्पादन किया जाएगा। इस कारखाने के सुचारू रूप से चलने से भारत की रक्षा प्रणाली निश्चित तौर पर और भी ज्यादा मजबूत होगी।

एशिया की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर फैक्ट्री…

कर्नाटक के तुमकुरु में बनी (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) HAL की यह फैक्ट्री भारत ही नहीं, बल्कि एशिया की सबसे बड़ी हेलिकॉप्टर फैक्ट्री है। जिसमें शुरुआत में हर साल 30 हेलिकॉप्टर बनेंगे और बाद में संख्या को बढ़ाकर 60 और 90 करने का इरादा है। यह फैक्ट्री 615 एकड़ में फैली हुई है और भविष्य में इसमें हर तरह के हेलिकॉप्टर बनाने की योजना है। बता दें कि आज फैक्ट्री के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे। उद्घाटन से ठीक पहले पीएम ने बेंगलुरु में आयोजित इंडिया एनर्जी वीक का उद्घाटन किया। इस अवसर पर हाल ही में पेश हुए आम बजट में एनर्जी सेक्टर को लेकर उठाए गए कदमों की भी पीएम मोदी ने चर्चा की

तकनीकी खराबी का पूर्ण समाधान…

इस फैक्ट्री का उद्देश्य देश की सभी हेलीकॉप्टर आवश्यकताओं के लिए वन-स्टॉप समाधान बनना है। इसका उपयोग भविष्य में LCH, LUH, सिविल एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) और IMRH के रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल के लिए भी किया जाएगा। सिविल LUH के संभावित निर्यात की भी इस फैक्ट्री से पूर्ति की जाएगी। LUH स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित 3-टन वर्ग, एकल इंजन बहुउद्देश्यीय उपयोगिता हेलीकॉप्टर है जिसमें उच्च गतिशीलता की अनूठी विशेषताएं हैं। पहले LUH का उड़ान परीक्षण किया जा चुका है

6 साल पहले रखी गई थी आधारशिला…

इस सुविधा केन्द्र की आधारशिला 2016 में पीएम मोदी द्वारा रखी गई थी। यह फैक्ट्री भारत को बिना आयात के हेलीकॉप्टरों की अपनी संपूर्ण आवश्यकता को पूरा करने में सक्षम बनाएगी और हेलीकॉप्टर डिजाइन, विकास और विनिर्माण में पीएम मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विजन को प्रोत्साहन देगी। हेली-रनवे, फ्लाइट हैंगर, फाइनल असेंबली हैंगर, स्ट्रक्चर असेंबली हैंगर, एयर ट्रैफिक कंट्रोल और विभिन्न सहायक सेवा सुविधाओं के साथ ये यह फैक्ट्री पूरी तरह से ऑपरेशनल है। इस फैक्ट्री को अपने ऑपरेशन के लिए अत्याधुनिक उद्योग 4.0 मानक उपकरणों और तकनीकों से लैस किया जा रहा है।

रोज़गार सृजन का सुनहरा मार्ग…

प्रेस विज्ञप्ति में बताए गए प्लान के मुताबिक HAL की योजना 20 वर्षों की अवधि में चार लाख करोड़ रुपये से अधिक के कुल कारोबार के साथ 3 से 15 टन की सीमा के बीच 1,000 से अधिक हेलीकाप्टरों का निर्माण करने की है। इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा होंगे। इसके अलावा तुमकुरु सुविधा केन्द्र अपने CSR गतिविधियों के माध्यम से बड़े पैमाने पर समुदाय केंद्रित कार्यक्रमों के जरिए अपने आसपास के क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा देगी। इन सबके परिणामस्वरूप क्षेत्र के लोगों के जीवन में सुधार आएगा। ये फैक्ट्री बेंगलुरु में मौजूद HAL कारखाने के पास है। ये निकटता क्षेत्र में एयरोस्पेस विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देगी। इससे उस इलाके में स्कूलों, कॉलेजों और आवासीय क्षेत्रों जैसे बुनियादी ढांचों का निर्माण होगा। साथ ही चिकित्सा और स्वास्थ्य देखभाल का लाभ निकटवर्ती विभिन्न पंचायतों में रहने वाले समुदाय तक भी पहुंचेगा।

रिपोर्ट :- विकास चौबे

 

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