शहीदों और पूर्व सैनिकों के परिजन भी पहन सकेंगे मेडल
करगिल विजय दिवस के 20 साल का जश्न मनाते हुए भारतीय सेना ने एक महत्वपूर्ण फैसला किया है। अब भारतीय सेना के शहीदों और पूर्व सैनिकों को उनकी बहादुरी के लिए दिए गए मेडल को उनके परिजन भी पहन सकेंगे। कुछ खास मौकों पर उन्हें यह पहनने की इजाजत दी गई है। कुछ देशों में इसकी इजाजत पहले से है।
इस संबंध में भारतीय सेना की तरफ से ऑर्डर जारी कर दिया गया है। ऑर्डर में कहा गया है कि अब तक मेडल वही फौजी या रिटायर्ड फौजी ही पहन सकते थे जिन्हें बहादुरी और देशसेवा के लिए वह मेडल दिया गया है। लेकिन शहीदों और पूर्व सैनिकों के परिजनों (नेक्स्ट ऑफ किन) ने यह इच्छा जताई थी कि वह मृत पूर्व सैनिकों के सम्मान में उनके कमाए हुए मेडल पहन सके।
इस पर भारतीय सेना ने महसूस किया कि शहीदों और पूर्व सैनिकों के परिजनों में गर्व का भाव आएगा और इसके जरिए शहीदों को श्रद्धांजलि दी जा सकेगी। सेना ने तय किया कि अब परिजन मेडल को दायीं छाती पर पहन सकेंगे। खास मौकों पर वह फैमिली मेडल (पति, पत्नी, पैरेंट्स, दादा, परदादा, बच्चे) पहन सकते हैं।
बता दें कि जहां फौजी और रिटायर्ड फौजी अपने मेडल बायीं छाती पर पहनते हैं वहीं परिजन फॉर्मल सिविल ड्रेस में मेडल दायीं छाती पर पहन सकेंगे। अगर एक सेट से ज्यादा फैमिली मेडल हैं तो एक सेट पहन सकते हैं।
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