दिल्ली टेस्ट में भारत ने कैच छोड़ श्रीलंका को फालोआन से बचाया
फिरोज शाह कोटला मैदान पर खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन सोमवार को खेल के अंत में भारत ने श्रीलंका पर अपना शिकंजा कस दिया है। यह अलग बात है कि श्रीलंका फालोआन बचाने में सफल हो गया।
पहले दो सत्रों में असफल रहे भारतीय गेंदबाजों ने आखिरी सत्र में शानदार वापसी करते हुए एक बार फिर श्री लंका को बैकफुट पर धकेल दिया है। पहले दो सत्र में सिर्फ एक विकेट खोने वाली श्री लंकाई टीम ने तीसरे और आखिरी सत्र में पांच विकेट खोने के साथ दिन का अंत 130 ओवरों में नौ विकेट के नुकसान पर 356 रनों पर किया। स्टम्प्स तक कप्तान दिनेश चंडीमल 341 गेदों में 147 रन बनाकर विकेट पर जमे हुए हैं। उन्होंने अपनी पारी में अभी तक 18 चौके और एक छक्का लगाया है।
देखें स्कोरकार्ड: भारत बनाम श्री लंका, तीसरा टेस्ट
श्रीलंका की टीम पहली पारी के आधार पर अभी भी 180 रन पीछे है। अगर भारतीय खिलाड़ी कैचों को पकड़ पाते तो श्री लंका खराब स्थिति में पहले ही पहुंच गई होती। भारत ने शतक मारने वाले एंजेलो मैथ्यूज के कुल तीन कैच छोड़े। उन्हें दूसरे दिन के आखिरी सत्र में विराट कोहली ने जीवनदान दिया था।
वहीं तीसरे दिन 98 के निजी स्कोर पर रोहित ने ईशांत शर्मा की गेंद पर दूसरी स्लिप पर उनका कैच छोड़ा। शतक के चार रन बाद अतिरिक्त खिलाड़ी विजय शंकर ने रविंद्र जडेजा की गेंद पर कैच छोड़ा। हालांकि दूसरे सत्र के समाप्त होने से कुछ देर पहले ही रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ने उनका कैच छोड़ने की गलती नहीं की। उन्होंने 268 गेंदों में 14 चौके और दो छक्कों की मदद से 111 रन बनाए। यह उनके करियर का आठवां शतक था। चंडीमल चायकाल में शतक से दो रन दूर रहते हुए गए थे। तीसरे सत्र में आते ही उन्होंने अपने करियर का 10वां शतक पूरा किया।
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तीसरे इस सत्र में भारतीय गेंदबाज हावी हो गए। ईशांत ने बेहतरीन गेंदबाजी की और श्री लंकाई खिलाड़ियों को परेशान किया। इसका फायदा उन्हें मिला और सादिरा समाराविक्रमा (33) 317 रनों के कुल स्कोर पर साहा द्वारा लिए गए शानदार कैच के कारण पविलियन लौट लिए। एक रन बाद अश्विन ने पदार्पण कर रहे रोशेन सिल्वा को खाता भी नहीं खोलने दिया। अश्विन ने अपना अगला शिकार निरोशन डिकवेला को बनाया। वह खाता भी नहीं खोल पाए। साहा ने मोहम्मद शमी की गेंद पर एक और शानदार कैच लेते हुए सुरंगा लकमल (5) को पवेलियन भेज दिया।
दिन की शुरूआत तीन विकेट के नुकसान पर131 रनों के साथ करने वाली श्री लंका को मैथ्यूज और चंडीमल ने खराब स्थिति से बाहर निकालते हुए पहले सत्र में कोई भी विकेट नहीं गिरने दिया और मेहमान टीम के खाते में 61 रनों का इजाफा किया। दूसरे सत्र में श्री लंका ने 78 रन जोड़े। इस जोड़ी को भारतीय गेंदबाजों ने परेशान तो किया लेकिन किस्मत का साथ और भारतीय खिलाड़ियों की खराब फील्डिंग ने उन्हें बचा लिया। हालांकि मैथ्यूज और चंडीमल ने भी संयम के साथ बल्लेबाजी की।
सात विकेट के नुकसान पर 536 रनों पर पहली पारी घोषित
भारत ने दूसरे दिन अपनी पहली पारी सात विकेट के नुकसान पर 536 रनों पर घोषित कर दी थी। हालांकि दूसरे दिन काफी ड्रामे के बाद भारत ने अपनी पारी घोषित की थी।
श्री लंकाई टीम के खिलाड़ियों द्वारा प्रदूषण की शिकायत करने के बाद दूसरे दिन के दूसरे सत्र में तीन बार दिन का खेल रोक दिया गया था। इसी से परेशान होकर भारतीय कप्तान ने पारी घोषित कर दी थी। भारत ने कप्तान विराट कोहली (243) के रिकार्ड दोहरे शतक, मुरली विजय (155), रोहित शर्मा (65) की बेहतरीन पारियों के दम पर आसानी से 500 का आंकड़ा पर कर लिया था और वह विशाल स्कोर की ओर बढ़ रही थी, लेकिन श्री लंकाई खिलाड़ियों की बारबार प्रदूषण की शिकायत के चलते खेल रोके जाने के कारण भारतीय टीम प्रबंधन ने पारी घोषित करने का फैसला किया था।