भारत में आज भी सबसे ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं मुसलमान, जानें क्या है हिंदुओं का हाल…
भारत में अन्य धर्मों की तुलना में मुसलमान सबसे ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं। इसके बाद हिंदुओं का नंबर आता हैं। एक गैर-पक्षपाती अमेरिकी थिंक टैंक ‘पीउ रिसर्च’ ने मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
मुसलमानों के बाद हिंदू सबसे ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं। हालांकि, 1992 से लेकर 2015 के बीच आश्चर्यजनक तरीके से प्रजनन दर प्रति महिला 4.4 बच्चे से कम होकर 2.6 बच्चे पर आ गई।
मुसलामानों की आबादी बढ़ी-
रिपोर्ट के मुताबिक जैन धर्म मानने वाले सबसे कम बच्चे पैदा करते हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि लगभग सभी धर्मों में बच्चों की जन्मदर में गिरावट देखी गई है। देश के अन्य धर्मों की तुलना में मुसलमानों की प्रजनन दर अब भी सबसे अधिक है।
वहीं, मुस्लिमों की आबादी वर्ष 2001 से 2011 के बीच में 13.4 प्रतिशत बढ़ी है। ईसाई, सिख, बौद्ध और जैन देश की कुल 6 फीसदी की आबादी में आते हैं।
इनकी आबादी साल 1951 से लेकर अभी तक स्थिर है। रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत की आजादी के बाद से धार्मिक आबादी में बदलाव के पीछे बच्चों की जन्मदर सबसे बड़ा कारण है।
पुराना पैटर्न बरकरार-
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में बड़े धार्मिक समूहों में मुस्लिमों में अभी भी सबसे ज्यादा बच्चे पैदा किए जा रहे हैं। इसके बाद हिंदू (2.1) आते हैं। जैन धर्म मानने वाले लोग सबसे कम (1.2) बच्चे पैदा कर रहे हैं।
ये पैटर्न काफी हद तक वैसा ही है जैसा 1992 में था जब मुसलमानों की प्रजनन दर सबसे अधिक 4.4 और उसके बाद हिंदुओं में 3.3 थी।
उदाहरण के लिए, जहां 1992 में मुस्लिम महिलाओं के हिंदू महिलाओं की तुलना में औसतन 1.1 अधिक बच्चे होने की उम्मीद थी, 2015 तक यह अंतर कम होकर 0.5 हो गया।
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