भारत आकर पढ़ाई करने वाले अमेरिकी छात्रों की संख्या में बढ़ोत्तरी, ये शहर हैं पहली पसंद
भारतीय विद्यार्थियों का सपना विदेशों में जाकर पढ़ाई करने का होना कोई नई बात नहीं है। छात्रों का सपना होता है कि वह विभिन्न देशों में जाकर अपनी रूचि के अनुसार पढ़ाई करें और फिर अपने देश में उसकी सेवा दे सकें। किंतु वर्तमान स्थितियों की बात करें तो अब विभिन्न देशों के विद्यार्थी भारत आकर शिक्षा अध्ययन करने में रूचिकर नजर आ रहे हैं। इनमें पड़ोसी देशों के साथ ही अमेरिका भी शामिल है।
अमेरिकी विद्यार्थियों की संख्या में हुआ इजाफा
केंद्रीय मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय की ओर से अखिल भारतीय उच्च शिक्षा सर्वेक्षण (एआइएसएचई) के द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, शैक्षणिक वर्ष 2018-19 में भारत में आकर पढ़ने वाले अमेरिकी विद्यार्थियों की संख्या में इजाफा हुआ है।
पिछले शैक्षणिक वर्ष में जहां 1430 अमेरिकी विद्यार्थी उच्च शिक्षा के लिए हमारे देश आए थे, वहीं इस साल यह संख्या बढ़कर 1515 से अधिक हो गई है। इनमें 53.30 फीसद छात्राएं हैं। इतना ही नहीं, सभी देशों से आने वालों छात्रों की कुल संख्या इस साल 47,427 रही जो पिछले साल के मुकाबले करीब 1280 ज्यादा है।
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सर्वेक्षण के उपरांत जारी हुई लिस्ट
सर्वेक्षण के द्वारा जारी लिस्ट में सम्मिलित आंकड़ों पर नजर डालें तो भारत में सबसे अधिक नेपाल के विद्यार्थी पढ़ने आते हैं, जो कुल विदेशी विद्यार्थियों का 26.88 फीसद है।
इसके बाद अफगानिस्तान (9.80 फीसद), बांग्लादेश (4.38 फीसद), सूडान (4.02 फीसद), भूटान (3.82 फीसद), नाइजीरिया (3.40 फीसद), अमेरिका (3.20 फीसद), यमन (3.20 फीसद), श्रीलंका (2.64 फीसद) और ईरान (2.38 फीसद) का स्थान आता है।
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सबसे ज्यादा विद्यार्थी लेते हैं प्रवेश
विदेशी विद्यार्थी सबसे अधिक स्नातक पाठ्यक्रम में दाखिला लेते हैं। सर्वेक्षण के अनुसार 73.40 फीसद विदेशी विद्यार्थियों ने स्नातक, 16.15 फीसद ने स्नातकोत्तर और बाकी 10.40 फीसद ने पीएचडी, डिप्लोमा व सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम में दाखिला लिया है।
यदि हम राज्यों की बात करें तो उच्च शिक्षा के लिए विदेशी विद्यार्थियों की पहली पसंद कर्नाटक है। यहां दस हजार से अधिक विदेशी विद्यार्थी पढ़ते हैं।
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