खत्म हो गया कश्मीर में बने गुपकार गठबंधन का अस्तित्व, NC और PDP ने उतारे उम्मीदवार
लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा सातवें आसमान पर है. सभी राजनैतिक दल उम्मीदवारों की घोषणा करने में जुटे हुए हैं. 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होना है. इसी कड़ी में जम्मू-कश्मीर में पीडीपी ने कश्मीर की तीन सीटों के लिए प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. ऐसे में 2019 में बने गुपकार गठबंधन का अस्तित्व पूरी तरह से खत्म हो गया है, क्योंकि नेशनल कॉन्फ्रेंस पहले ही इन सीटों पर उम्मीदवार उतार चुकी है.
अनंतनाग से चुनाव लड़ेंगी महबूबा
पीडीपी ने रविवार को अनंतनाग-राजौरी से महबूबा मुफ़्ती, श्रीनगर से मोहम्मद वहीद पारा और बारामूला सीट से बयाज अहमद भट्ट को चुनावी मैदान में उतारा है. महबूबा मुफ्ती ने रविवार यानी कि 7 अप्रैल को कहा कि उन्हें इस बात का कष्ट है कि NC ने बिना सलाह- मशविरा किए अपने प्रत्याशी उतार दिए. इससे पीडीपी कार्यकर्ताओं में नाराजगी है. अब चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस को पीडीपी अपनी ताकत दिखाएगी.
गुलाम नबी आजाद भी मैदान में
बता दें कि अनंतनाग-राजौरी सीट से कांग्रेस से अलग होकर नई पार्टी बना चुके गुलाब नबी आजाद भी मैदान में हैं. वहीं इस सीट से नेशनल कॉन्फ्रेंस ने मियां अल्ताफ को प्रत्याशी बनाया है. उम्मीदवारों के ऐलान के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मुफ़्ती ने कहा कि एनसी ने हमारे लिए उम्मीदवार खड़ा करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं छोड़ा.
यह भी पढ़ें- “मोदी को इतिहास नहीं पता…श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने मुस्लिम लीग के साथ किया था अलायंस”
वहीं राज्य के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि लोग इस चुनाव में सोच-समझकर वोट करेंगे. उन्होंने आर्टिकल 370 के संदर्भ में कहा कि फैसला मतदाता को करना है. जिस तरह हमें धोखा दिया गया और अपमानित किया गया वह बर्दाश्त के काबिल नहीं है. ऐसे में अब कश्मीर की जनता वोट के जरिए अपनी आवाज उठाएगी.