बीजेपी लीडर का दफ्तर जलाया, जानिये क्या है वजह
गुजरात में अज्ञात लोगों द्वारा महुवा तालुका के बीजेपी अध्यक्ष जिगर नाईक के कार्यालय को जलाने का मामला सामने आया है। जिगर नाईक द्वारा महुवा सुगर कोपरेटिव मिल के उच्च पद के लिए उम्मीदवारों का समर्थन करने के बाद इस घटना को अंजाम दिया गया। कार्यालय में शनिवार को लगाई गई आग को लेकर उन्होंने आरोप लगाया है कि इस घटना का संबंध उनके द्वारा समर्थन प्राप्त उम्मीदवार की जीत से जुड़ा हुआ हो सकता है।
टूव्हीलर पर जिगर नाईक के कार्यालय पर पहुंचे थे
काणी गांव में स्थित इस सुगर मिल के 19 निर्देशकों में से एक जिगर नाईक का कार्यालय बुधलेश्वर गांव में हैं। चश्मदीदों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक शनिवार की रात दो युवक हेलमेट पहने टूव्हीलर पर जिगर नाईक के कार्यालय पर पहुंचे थे।
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दोनों आरोपियों ने लकड़ी से बने कार्यालय के मुख्य दरवाजे को आग लगा दी। चश्मदीदों ने आरोपियों की गाड़ी का नंबर नोट कर लिया है, जिसके द्वारा पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में मदद मिलेगी। इस मामले पर बात करते हुए महुवा थाने के सब-इन्सपेक्टर भूपतसिंह वघेला ने कहा कि “हम इलाके के आसपास में लगे सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रहे हैं।
राकेश पटेल ने मुकुंट पटेल को एक वोट से हराया
हम निश्चित ही आरोपियों को पकड़ने में कामयाब हो जाएंगे।” वहीं अपने कार्यालय पर हुए हमले के बारे में जिगर नाईक ने कहा “हो सकता है कि इस हमले की पीछे मेरे द्वारा सुगर मिल के उच्च पद के लिए बलवंतराय पटेल और राकेश पटेल का समर्थन करना हो। मैं किसी का नाम नहीं ले रहा हूं। पुलिस को इस केस की जांच करने दो और आने वाले समय में सच सामने आ जाएगा।”आपको बता दें कि सुगर मिल के अध्यक्ष पद के लिए जिगर नाईक ने बलवंतराय पटेल का साथ दिया था, जिन्होंने बीजेपी सांसद मानसिंह पटेल को हराया। मानसिंह पटेल का पिछले 24 सालों से इस पद पर कब्जा था। वहीं 19 में से 12 निर्देशकों ने बलवंतराय का समर्थन किया, जबकि मानसिंह को कुल 7 वोट मिले। अध्यक्ष पद के अलावा उपाध्यक्ष पद भी जिगर नाईक द्वारा समर्थन प्राप्त राकेश पटेल ने जीत दर्ज की। राकेश पटेल ने मुकुंट पटेल को एक वोट से हराया।
(साभार- जनसत्ता)