एक अनोखा बैंक, जो मुफ्त में कराता है भोजन
ब्लड बैंक और मनी बैक के बारे में तो सभी जानते हैं। लेकिन क्या आपने कभी ‘रोटी बैंक’ के बारे में सुना है? शायद नहीं! लेकिन देश की राजधानी दिल्ली में रोटी जमा करने का एक अनोखा बैंक चलाया जा रहा है, जहां पर रोटियां जमा की जाती हैं और बाद में इन रोटियों को जरूरतमंद लोगों के बीच बांट दिया जाता है। इसे कुछ समाजसेवियों ने खोला है। यहां आकर कोई भी भूखा मुफ्त में पेट भर खाना खा सकता है।
हर मोहल्ले में खोलने की तमन्ना
आजादपुर मंडी में फलों का व्यापार करने वाले राजकुमार भाटिया ने ‘रोटी बैंक’ को शुरू किया है। जो दिल्ली के आदर्श नगर इलाके में रहते हैं। भाटिया चाहते हैं कि अगर हर गली मोहल्ले में रोटी बैंक खुल जाएं तो इस शहर में आया आदमी अपना आत्मसम्मान खोए बिना रोटी खाकर अपने काम पर जा सकता है या जीवन बसर कर सकता है।
एक गरीब से मिली प्रेरणा
भाटिया के मुताबिक एक दिन उनके पास एक गरीब व्यक्ति आया और उसने उनसे कुछ काम मांगा। तब उन्होने उस व्यक्ति से कहा कि उनके पास काम तो कुछ नहीं है, लेकिन उसकी हालत देखकर उन्होने उसे कुछ पैसे देने चाहे। तब उस व्यक्ति ने उनसे कहा कि पैसे से पेट नहीं भरता, पेट रोटी से भरता है और रोटी काम से मिलती है।
(राजकुमार भाटिया)
उस आदमी के ये शब्द भाटिया को अंदर तक चुभ गए। जिसके बाद उन्होने उस गरीब आदमी को रोटी खिलाई, लेकिन जाते जाते वो भाटिया को दिल्ली की एक हकीकत से रूबरू करवा दिया, जिससे वो अनजान थे।
भर पेट भोजन की सुविधा
‘रोटी बैंक’ चलाने में भाटिया को उनके करीबी सहयोग करते हैं। रोटी बैंक दाल और भरपेट रोटी की सुविधा देता है। इसमें कोई शक नहीं है कि भले ही दिल्ली देश की राजधानी है, लेकिन कम लोग जानते होंगे की ये शहर हर तरह की सुख सुविधाओं के बावजूद गरीबों, बेसहारा, लाचारों और नशे की लत से धीरे- धीरे हर रोज मरने वालों की भी राजधानी है।
नहीं लेते पैसा
आज रोटी बैंक के चार सेंटर दिल्ली के आजादपुर इलाके के आसपास चल रहे हैं। भाटिया के मुताबिक, हम इसके लिए किसी से पैसा नहीं लेते। हालांकि ऐसे कई लोग हमारे पास आते हैं जो पैसे देने को तैयार रहते हैं, लेकिन भारतीय संस्कृति के मुताबिक किसी भी गरीब को रोटी, घर के राशन से ही दी जानी चाहिए। ऐसा करने से संस्कृति की रक्षा तो होती ही है साथ ही जिनके पास दूसरों के मुकाबले थोड़ा ज्यादा पैसा है वो गरीबों की मदद कर अपना सहयोग दे सकते हैं।
यहां है ‘रोटी बैंक’
रोटी बैंक का मुख्य सेंटर आजादपुर मंडी में शेड नंबर 15 में है। जबकि अन्य सेंटर टेंट मॉर्केट इंदिरा नगर, नंदा रोड आर्दश नगर और पंचवटी कॉलोनी में है। राजकुमार भाटिया का कहना है कि एक भूखे व्यक्ति को एक पैकेट दिया जाता है और एक पैकेट में तीन रोटी और आचार होता है। भाटिया का कहना है उनकी इस मुहिम के साथ समाज के हर तबके के लोग जुड़े हैं लेकिन आठ लोगों की उनकी एक मजबूत टीम है जो इस काम पर करीबी से नजर रखती है।
19 करोड़ लोग भुखमरी के शिकार
संयुक्त राष्ट्र की भूख संबंधी रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में सबसे अधिक 19.4 करोड़ लोग भारत में भुखमरी के शिकार हैं। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एएफओ) ने अपनी रिपोर्ट ‘द स्टेट ऑफ फूड इनसिक्युरिटी इन द वर्ल्ड 2015’ में यह बात कही है। रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक स्तर पर यह संख्या 2014-15 में घटकर 79.5 करोड़ रह गई जो कि 1990-92 में एक अरब थी। भूखमरी के मामले में भारत अपने पड़ोसी देश चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश और यहां तक कि दक्षिण अफ्रिकी देश इथोपिया और नाईजीरिया से भी आगे हैं।
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