#Ayodhya : धर्मसभा में एक लाख स्वंय सेवकों के साथ हजारों मुस्लिम कार्यकर्ता !
अयोध्या में होने वाली विश्व हिंदू परिषद की धर्मसभा और शिवसेना के मेगा इवेंट ने पूरे देश को अयोध्या की तरफ देखने के लिए मजबूर कर दिया है। ये धर्मसभा और शिवसेना का इवेंट कितना धार्मिक है और कितना राजनीतिक ये हर किसी को मालूम है। रामलला के मंदिर निर्माण के पीछे दशकों से पार्टियों को अपनी राजनीति चमकाने के लिए एक ऐसा मुद्दा मिला हुआ है जो शायद ही कभी खत्म हो। ये इसलिए भी खत्म होने की कगार पर नहीं दिखाई दे रहा है क्योंकि इसके खत्म हो जाने से कई राजनीतिक पार्टियों और चेहरों का अस्तित्व भी खत्म हो जाएगा। फिलहाल राम की नगरी अयोध्या में आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद के साथ ही शिवसेना के कार्यकर्ता पहुंचने लगे हैं। किसी तरह की कोई घटना न हो इसके लिए सरकार से लेकर पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है।
सुरक्षा बलों को किया गया तैनात
अर्द्धसैनिक बलों के जवान, राज्य का खुफिया विभाग और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शुक्रवार से ही शहर में मौजूद हैं। शहर को आठ जोनों और 16 सेक्टर्स में बांटा गया है। शहर में पीएसी की 20 कंपनियां, अर्द्धसैनिक बल की सात और रैपिड ऐक्शन फोर्स की दो कंपनियों को तैनात किया गया है। अल्पसंख्यक परिवारों में असुरक्षा की खबरों के बीच पूरे अयोध्या में धारा 144 लगा दी गई है। राज्य सरकार ने लखनऊ जोन के एडीजी आशुतोष पांडेय और झांसी रेंज के आईजी एसएस बघेल को सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए भेजा गया है।
3000 मुस्लिम भी पहुंचेंगे
शहर में अल्पसंख्यक समुदाय के डरे होने की खबरों के बीच धारा 144 लागू कर दी गई है। धर्मसभा में मुस्लिम भी पहुंचेंगे, जिसका जिम्मा संघ ने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच को सौंपा है। मंच से जुड़े और सुन्नी सोशल फोरम के संयोजक रईस खान कहते हैं कि हमारे पास करीब 3000 लोगों की सूची है, जो धर्मसभा में शामिल होंगे। राम हमारे नबी हैं। हम बसों से लोगों को ले जा रहे हैं। इनमें महिलाएं भी शामिल हैं।
आरएसएस के एक लाख कार्यकर्ता पहुंचेंगे अयोध्या
आरएसएस के एक वरिष्ठ प्रचारक ने वाराणसी ने कहा, ‘करीब 1,322 बसों और 1,546 फोर वीलर्स में 80 हजार वर्करों को लाया जाएगा। 14 हजार वर्कर मोटरसाइकिल और करीब 15 हजार वर्कर ट्रेन के जरिए अयोध्या पहुंचेंगे।’ सूत्रों का कहना है कि इन दोनों संगठनों में से करीब एक लाख आरएसएस और इतने ही विश्व हिंदू परिषद कार्यकर्ता रविवार को अयोध्या में जुटने वाले हैं।
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इनके अलावा बड़ी संख्या में साधु-संत भी यहां जुटेंगे। विश्व हिंदू परिषद के आयोजकों का कहना है कि वे रविवार के आयोजन के लिए फूड पैकेट्स तैयार कर रहे हैं। इस आयोजन में बड़ी संख्या में जुटकर मेगा-शो से 2019 लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र की बीजेपी सरकार पर अध्यादेश लाकर राम मंदिर निर्माण का दबाव डालने की तैयारी है।
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