कांग्रेस में शामिल हुए इमरान मसूद ….

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बसपा से नाता तोड़ चुके बसपा नेता इमरान मसूद ने शनिवार को कांग्रेस का दामन थाम लिया। इस दौरान दिल्ली में संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा दिलाई गई शपथ के साथ ही कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है। आपकों बता दें कि, मसूद पहले कांग्रेस से ही जुडे थे। साल 2022 विधानसभा चुनाव के समय में इन्होने कांग्रेस छोड़ दी और सपा में शामिल हो गए। लेकिन सपा में ज्यादा दिन वे टिक नहीं पाए और सपा को छोड़ बसपा में चले गए । लेकिन बसपा में रहते हुए राहुल गांधी की तारीफ करने पर हाल ही में यूपी की पूर्व सीएम और बसपा सुप्रीमो मायावती ने मसूद को अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निकाल दिया था ।

राहुल को बताया था असली हीरो 

इमरान मसूद ने बसपा में रहते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी को राजनीति का असली हीरो बताते हुए कहा कि, राहुल गांधी ही बीजेपी को रोक सकते हैं। उन्होंने सदस्यता ग्रहण करने से पहले कहा था कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को छोड़कर सपा में जाकर वे संतुष्ट थे, लेकिन बात नहीं पाई। अखिलेश यादव ने उनसे किए वादे पूरे नहीं किए।

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इसी दौरान जब इमरान मसूद से लोकसभा चुनाव को लड़ने का सवाल किया गया तो उन्होने जवाब दिया कि, चुनाव के दौरान समर्थकों का बहुत दबाव था, इसलिए पार्टी छोड़ने का फैसला लिया था। फिर बसपा में आ गए और इन्होंने खुद ही निष्कासित कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का काफी अच्छा भविष्य है. पार्टी को मजबूत करूंगा अगर पार्टी टिकट देगी तो देखा जाएगा।

बसपा से निकाले जाने के सवाल बोले मसूद 

बसपा से निकाले जाने पर उन्होंने कहा कि बसपा में मेरी सोच थी कि सभी को एक साथ मिलकर काम करना चाहिए, मुझे नहीं पता कि बहन जी (मायावती) को किसने किस तरह से समझाया. मैंने सिर्फ इतना कहा था कि यह समय की मांग है कि आपको विपक्षी गठबंधन में आना चाहिए. इस वजह से उन्होंने मुझे निकाल दिया.

कौन है कांग्रेस का दामन थामने वाले इमरान मसूद ?

यूपी के सहारनपुर जिले के गंगोह इलाके इमरान मसूद का जन्म हुआ था, मसूद का परिवार गांव के काफी प्रभावशाली परिवारों में से एक था। इमरान के चाचा काजी रशीद मसूद इलाके के नामी नेताओं में से थे, जिससे मसूद को राजनीति में आने की प्रेरणा मिली थी। इसके बाद साल 1977 में लोकसभा चुनाव मे जीत दर्ज करके मसूद सांसद चुने गए। साल 1977 से लेकर 2004 तक सहारनपुर के सांसद के पद पर बने रहे। इसके अलावा वे तीन बार राज्यसभा सदस्य भी रह चुके है ।

इसके बाद एक बार फिर 2017 में फिर से कांग्रेस मे लौटने का फैसला किया और पांच साल के लिए कांग्रेस में रूक गए। इसके बाद साल 2022 में वे कांग्रेस को छोड़कर सपा में शामिल हो गए। इसके बाद यूपी में होने वाले निकाय चुनाव से ठीक पहले वह बसपा में चले गए। हालांकि, हाल ही में उन्होंने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की तारीफ की थी और कहा था कि बसपा को इंडिया गठबंधन में शामिल होना चाहिए. इस पर बसपा ने उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया।

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