अनुप्रिया के हमले का असर, राजा भैया की पार्टी ने सपा को दिया समर्थन

मिर्जापुर लोकसभा सीट पर जातिगत समीकरण साधने के लिए सभी दलों ने उतारे हैं प्रत्याशी

0

पूर्वांचल में इस बार छठवें और 7वें चरण में मतदान है. वहीं इन सब के बीच इस बार पूर्वांचल की मिर्ज़ापुर लोकसभा सीट जातीय चक्रव्यूह में फंसती नजर आ रही है. हार बार की तरह इस बार भी मिर्ज़ापुर की सीट NDA की सहयोगी दल अनुप्रिया पटेल (अपना दल) को मिली है. इस बार अनुप्रिया पटेल मैदान में हैं तो सपा और बसपा ने भी जातीय समीकरण के हिसाब से उम्मीदवार उतारे हैं. इस सीट से सबसे ज्यादा पटेल जाति के लोग है वहीं, इसके बाद बिंद और ब्राह्मण हैं. इसके साथ ही राजा भैया की जनसत्ता दल लोकतांत्रिक ने सपा प्रत्याशी के लिए समर्थन पत्र सौंप दिया है. इससे मिर्जापुर की सियासी गणित बदलती नजर आ रही है.

हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में…

बता दें कि अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल इस बार यहां हैट्रिक लगाने के लिए चुनावी मैदान में है. इस समय वह अपने लिए जोरों से प्रचार कर रही हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद अनुप्रिया मिर्ज़ापुर को अपना अभे़़द्य किला बनाना चाहती है, लेकिन 2024 में इस किले को भेदने के लिए समाजवादी पार्टी ने भाजपा से सपा में शामिल हुए राजेंद्र एस बिंद को उम्मीदवार बनाया है.

BSP ने उतारा ब्राह्मण उम्मीदवार…

आपको बता दें कि इस बार इस किले को भेदने के लिए बसपा ने यहां से मनीष त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाया है. बसपा ने मनीष त्रिपाठी को प्रत्याशी इसलिए बनाया है कि दलित के साथ ब्राह्मण वोटबैंक जुड़ सके. बसपा के इस दांव से इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. ठैच् ने इस बार 2007 का समीकरण साधा है.

त्रिकोणीय है मिर्ज़ापुर सीट का मुकाबला…

वरिष्ठ पत्रकार अरविन्द जयतिलक ने बताया कि इस बार इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. हालांकि सभी उम्मीदवार इस सीट पर अनुप्रिया पटेल से लड़ रहे हैं. अनुप्रिया दो बार से यहां की सांसद है और जो भी उम्मीदवार लड़ेगा वह अनुप्रिया से लड़ेगा. इस बार यह लड़ाई आसान नहीं है.

राजा भैया से नाराजगी पड़ सकती है भारी…

बता दें कि अनुप्रिया और राजा भैया की जुबानी जंग का असर चुनाव पर पड़ने के आसार हैं. अनुप्रिया प्रतापगढ़ सीट पर राजा भैया पर हमला कर चुकी हैं. अब चर्चा है कि राजा भैया उनके खिलाफ मिर्जापुर में चुनाव प्रचार करने जाएंगे. ऐसे में नजदीकी मुकाबले वाली इन सीटों पर सियासी सरगर्मी कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है.

मिर्ज़ापुर में सपा को समर्थन…

बता दें कि, अनुप्रिया से नाराजगी के बाद राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को अपना समर्थन दिया है. जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के जिलाध्यक्ष संजय मिश्रा ने समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष देवी प्रसाद चौधरी को पत्रक देकर अपना समर्थन जताया.

‘हमारा लोकतंत्र महान ! विदेशी लोगों का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए ”- अशोक श्रीवास्तव

अखिलेश की जनसभाओं में देखे जा रहे समर्थक…

गौरतलब है कि राजा भैया के एलान के बाद से सही जगह रैलियों में अब राजा भैया की पार्टी के समर्थक देखने को मिलने लगे हैं. इतना ही नहीं कौशाम्बी और प्रतापगढ़ में अखिलेश की रैलियों में काफी संख्या में उनके समर्थक झंडा लेकर देखे गए हैं. इससे तो यह साफ़ हो गया है कि राजा भैया अब समाजवादी पार्टी का खुलकर साथ दे रहे हैं.

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More