शराब कांड: एसआईटी की डेडलाइन पूरी, नहीं दाखिल की जांच रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर और सहारनपुर में जहरीली शराब काण्ड में कई लोगों की मौत के बाद शासन और पुलिस प्रशासन दोनों ने ही सख्त रुख इख्तियार करते हुए एसआईटी टीम का गठन किया था। मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर गठित एसआईटी टीम को दोनों जिलों में शराब से हुई मौतों की जांच कर इसकी रिपोर्ट दस दिनों में सीएम कार्यालय भेजनी थी लेकिन दस दिनों की डेडलाइन पूरी होने के बाद भी एसआईटी ने अभी तक अपनी जांच रिपोर्ट दाखिल नहीं की है ।
कुशीनगर और सहारनपुर में जहरीली शराब काण्ड:
सहारनपुर में जहरीली शराब कांड की जांच कर रही एसआईटी अंतिम चरण में पहुंच में है। मुख्यमंत्री को एसआईटी के चेयरमैन दो या तीन मार्च को जांच रिपोर्ट सौपी जानी थी। दरअसल, जहरीली शराब पीने से आठ फरवरी को कई लोगों की मौत हो गयी, जिसके बाद से मौतों का आंकड़ा बढ़ता चला गया। मामले की गूंज दिल्ली और लखनऊ तक पहुंची तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शराब कांड की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था।
एडीजी रेलवे संजय सिंघल कर रहे थे जांचः
12 फरवरी को एसआईटी के अध्यक्ष एडीजी रेलवे संजय सिंघल सहारनपुर आए थे। उन्होंने तीन दिन रहकर शराब कांड की गहन पड़ताल की थी। उनके साथ एसआईटी के सदस्य के तौर पर कमिश्नर सीपी त्रिपाठी और आईजी शरद सचान भी जांच में शामिल रहे।
10 दिन की डेडलाइन पूरी
जांच के बाद एसआईटी के चेयरमैन संजय सिंघल 14 फरवरी की रात को कुशीनगर चले गए। वहां पर भी शराब के चलते दर्जन भर से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहां के शराब कांड की जांच भी उन्हें ही करनी थी। संजय सिंघल ने बताया था कि वह 22 या 23 फरवरी को एक बार फिर सहारनपुर आकर जांच करेंगे। लेकिन अब उनका कार्यक्रम बदल गया है।
एसआईटी नही दाखिल कर पाई जांच रिपोर्टः
वह फिलहाल लखनऊ में ही जांच रिपोर्ट को फाइनल टच दे रहे हैं। यहां पर जो भी जांच शेष गई थी, उसे पूरा करने का जिम्मा कमिश्नर और आईजी को सौंप दिया गया है। उसके बाद जांच रिपोर्ट को तैयार कर मुख्यमंत्री को सौंपा जाना था, लेकिन एसआईटी इसमें लेट है।
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