यदि आप भी है गोलगप्पे खाने के शौकीन तो हो जाएँ सावधान…

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क्या आपको पेट दर्द, कब्ज, अल्सर जैसी कोई समस्या रहती है? अगर हां तो इसकी एक वजह गोलगप्पे भी हो सकते है. बता दें कि दिल्ली एनबीटी की तरफ से एक स्ट्रिंग किया है, जहां गोलगप्पे के पानी में एसिड मिलाकर बेचा जा रहा है. देशी भाषा में कहें तो इसे नमक का तेजाब यानि हाइड्रोक्लोरिक एसिड कहते हैं.

बिना इमली, खटाई के खट्टा होता है पानी

दुकानदारों ने बताया कि इस एसिड को डालने के बाद गोलगप्पे के पानी में इमली, खटाई और अमचूर डालने की जरूरत नहीं होती है. इससे गोलगप्पे का पानी चटपटा हो जाता है. यह आपके शरीर के लिए घातक होता है. इससे शरीर में कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं.

डॉक्टर बता रहे मीठा जहर

डॉक्टरों ने इसे मीठा जहर करार दिया है. उनका कहना है कि सड़क किनारे कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में गोलगप्पे बेचने वाले ऐसा कर रहे हैं. इस घटना को अंजाम देने के लिए कई दिनों से इस पर अलग- अलग जगह तलाश की जा रही थी और बाद में इस मामले में सफलता मिली.

1 लीटर में 8 ग्राम करता काम

खोज के बाद पता चला कि 1 लीटर गोलगप्पे का पानी बनाने के लिए 8 ग्राम केमिकल की जरूरत होती है. यह नमक का तेजाब लिक्विड के रूप में होता है. लेकिन इसकी खरीद लीटर में नहीं बल्कि किलो में होती है. गोलगप्पे बेचने वाले ने बताया कि इसे परचून की दुकानों से आसानी से प्राप्त किया जा सकता है. ग्राहक को पता न चले इसके लिए पानी में इमली और खटाई मिलाई जाती है.

बच्चों को आगे कर किया जा रहा खेल

इस काले कारनामे में बच्चों को आगे किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि जगह- जगह बच्चों द्वारा बेचे जा रहे तेजाब से बना गोलगप्पे का पानी कोई एक आदमी तैयार करता है. जबकि बच्चों को केवल गोलगप्पे बेचने की जिम्मेदारी दी जाती है. जांच में यह भी पता चला कि एक ही आदमी के कई ठेले लगाए जा रहे हैं.

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