13 प्वाइंट रोस्टर प्रणाली सरकार की साजिश हैं : माल सिंह यादव

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समाजवादी शिक्षक सभा के बैनर तले सैकड़ों शिक्षकों ने मंगलवार को राजधानी में लखनऊ हजरतगंज स्थित अंबेडकर प्रतिमा 13 पर्सेंट रोस्टर प्रणाली के खिलाफ प्रदर्शन किया।

इस दौरान उन्होंने  सरकार पर पिछड़ों और दलितों का आरक्षण समाप्त करने की साजिश बताया है । वहीं समाजवादी शिक्षक सभा उत्तर प्रदेश के साथ प्रदर्शन कर रहे माल सिंह यादव ने कहा कि 200 परसेंट रोस्टर प्रणाली के बदले 13 प्वाइंट रोस्टर प्रणाली ये एक सरकार की साजिशें हैं । साथ ही इसमें विभागों को इकाई मान लिया गया है ।

वहीं मांग करते हुए कहा कि उच्च शिक्षण संस्थाओं में नियुक्तियों के आधार पर 200 प्वाइंट रोस्टर के तहत दिया जाए । नियुक्तियां संस्था को इकाई मानकर दिया जाए ना की विभागावार, शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक पदों में पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के बैकलॉग उत्पाद तुरंत भरे जाएं ।

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शैक्षणिक संस्थाओं में जातीय भेदभाव खत्म हो, सबको समान अवसर और सम्मान दिया जाए । साथ ही बताया कि अपनी मांगों को लेकर DM और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे उसके बाद भी अगर मांग पूरी नहीं होती है तो ये आंदोलन पूरे देश में चलाया जाएगा ।

सदन में भी गूंजा था ये मुद्दा

सोमवार को विधानसभा सत्र के दौरान भी इस मुद्दे पर सपा ने काफी हंगामा किया था।

क्या है 13 पॉइंट रोस्टर ?

अभी तक यूनिवर्सिटी या कॉलेज की नौकरियों के लिए यूनिवर्सिटी या कॉलेज को ही एक इकाई माना जाता था। साथ ही इन भर्तियों के लिए 200 पॉइंट रोस्टर सिस्टम की व्यवस्था थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फैसला दिया है कि रिज़र्वेशन अब डिपार्टमेंट के आधार पर लागू किया जाए। इसके लिए 13 प्वाइंट का रोस्टर बनाया गया है।

इस रोस्टर के तहत जो वेकेंसी निकलेंगी उसके तहत शुरूआती तीन पद अनारक्षित, चौथा ओबीसी को फिर 5वां और 6ठा अनारक्षित, 7वां पद अनुसूचित जनजाति को, 8वां फिर से ओबीसी को और 9वां, 10वां, 11वां अनारक्षित, 12वां ओबीसी और 13वां फिर से अनारक्षित जबकि 14वां पद अनुसूचित जनजाति को दिया जाएगा। जानकारों का कहना है कि इस तरह से रिजर्वेशन लागू किया गया तो हद से हद 30% तक ही रिजर्वेशन का फायदा मिल पाएगा जबकि केंद्र सरकार की नौकरियों में एससी-एसटी-ओबीसी के लिए 49.5% रिज़र्वेशन का प्रावधान है।

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